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धूमधाम से मनायी गयी डॉक्टर शांति स्वरूप भटनागर की जयंती

पीलीभीत 21 फरवरी 2019 (दीनदयाल शास्त्री). समाधान विकास समिति विपनेट क्लब के तत्वाधान में आज सनातन धर्म बांके बिहारी राम इंटर कॉलेज पीलीभीत के महादेवी वर्मा सभागार में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के उपलक्ष्‍य में विज्ञान उमंग सप्ताह का शुभारंभ भारत के जाने-माने वैज्ञानिक डॉक्टर शांति स्वरूप भटनागर की जयंती के  अवसर पर उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से बाल पीढी को अवगत कराने के साथ आरंभ हुआ।



क्लब की अध्यक्षा उर्मिला देवी ने शिक्षिकाओं, शिक्षकों व  बाल वैज्ञानिकों के साथ डॉक्टर शांति स्वरूप भटनागर के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर उनको नमन स्मरण और वंदन ज्ञापित कर  कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए बताया कि आपकी है पिता का जब वे 8 मास के ही थे निधन होने के कारण उनकी देखरेख उनकी माता ने की तथा ननिहाल में उनके नाना प्यारेलाल इंजीनियर थे। इसीलिए आपका जीवन इंजीनियरिंग से बहुत अधिक प्रभावित हुआ। बचपन से ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी में दिलचस्पी थी। शोध फेलोशिप के लिए इंग्लैंड गये तथा डॉक्टर आफ साइंस की उपाधि प्राप्त की। आपको भारत मे शोध प्रयोगशालाओं का जनक कहा जाता है।  भारत में राष्ट्रीय स्तर की है 12 शोध प्रयोगशालाओं की आपने स्थापना की। वैज्ञानिक व औद्योगिक अनुसंधान परिषद के आप पहले डायरेक्टर जनरल रहे। प्रतिवर्ष आप की स्मृति में वैज्ञानिक औद्योगिक अनुसंधान परिषद गौरवशाली व विश्व प्रसिद्ध शांति स्वरूप भटनागर अवॉर्ड श्रेष्ठ वैज्ञानिक को प्रदान करती है ।


बाल वैज्ञानिकों को इस अवसर पर शांति स्वरूप भटनागर से प्रेरणा लेने के लिए एक गीत सुनाया गया। समन्वयक लक्ष्मीकांत शर्मा द्वारा बताया गया है कि आज के दिन से ही कौन बनेगा नन्हा रमन तथा कौन बनाएगा नन्हा रमन के लिए पंजीकरण वा प्रतियोगिताएं आरंभ हो रही है राष्ट्रीय उमंग सप्ताह के अंतिम दिन राष्ट्रीय विज्ञान दिवस पर नन्हा रमन तथा मार्गदर्शक शिक्षक को गुरु द्रोणाचार्य सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। इस अवसर पर यामिनी मिश्रा, अमित शर्मा अज्मी, जर्सी, सतीश कुमार, संतोष, ममता गँगवार,  गीता  कुमारी आदि ने बाल वैज्ञानिकों का मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम से विज्ञान के प्रति उत्साह और उमंग को गति मिल रही है ।