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घटिया सॉस निर्माता पर खाद्य विभाग मेहरबान, नहीं करता कार्यवाही #KhulasaTV

कानपुर 24 जनवरी 2019 (मोहम्मद नदीम). मिलावट खोरी के कारोबार ने अपनी जड़ें कानपुर में काफी मजबूती से जमा रखी हैं, शायद इसी कारण तमाम दिखावटी कार्यवाही के बावजूद मिलावटखोर पूरे जोश के साथ अपने कारोबार को फैलाने में लगे हुए हैं। विभागीय अधिकारी ये कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं कि कार्यवाही जारी है, पर असलियत में ठोस कार्यवाही कभी होती ही नहीं है। ताजा मामला रेल बाजार स्थित नकली सौस फैक्ट्री का है जहां एक रिटायर्ड होमगार्ड पिछले कई वर्षों से मानकों के विपरीत चिली सॉस एवं टोमैटो सॉस का निर्माण कर मार्केट में सप्लाई कर रहा है।



मामले की सूचना जब खाद्य विभाग को लगी तो टीम के साथ खाद्य विभाग अधिकारियों ने मौके पर पहुचकर सॉस की जांच की, जिसमें कई अनिमित्तायें निकलकर सामने आईं। टीम ने सॉस का सैम्पल जांच के लिए भेज दिया और संचालक को घटिया सॉस का निर्माण ना करने की हिदायत दी। परन्तु इसके बाद भी मिलावटी सॉस का निर्माण निरन्तर जारी है। सूत्र बताते हैं कि संचालक की दबंगई व घटिया सॉस के निर्माण से फैलने वाली गन्दगी से पूरा क्षेत्र दुखी है इसके अलावा सॉस में इस्तेमाल किए जाने वाले केमिकल से आस पड़ोस के लोग कई बीमारियों से भी ग्रस्त हो रहे हैं। इससे ऊबकर लोगों ने कानपुर डीएम से शिकायत की थी , जिसपर डीएम ने तत्काल एक्शन लेते हुए हुए खाद्य विभाग टीम को मौके पर भेजा। खाद्य विभाग ने कार्यवाही के नाम पर खानापूरी करके आश्वासन दिया कि जल्द ही कार्यवाही की जाएगी। पर कई माह बीत जाने के बाद भी कोई कार्यवाही होती ना देखकर लोगों को लगने लगा है कि कहीं ना कहीं खाद्य विभाग गोलमोल काम कर रहा है। 

जानकारी के अनुसार घटिया सॉस का कारोबार दिन पर दिन बढ़ रहा है। पिछली बार छापामारी के दौरान कई टन तैयार सॉस के साथ सड़े कद्दू, आलू, सिकरींन, सिट्रिक केमिकल के साथ कई अन्य सामान मिले, परन्तु टीम ने पिछली बार की तरह सैम्पल लेकर सॉस संचालक को दुबारा काम ना करने की हिदायत दी और चलते बने। टीम जाते ही सॉस संचालक का कार्य फिर से चालू हो गया । तीन माह बीत जाने के बाद भी अभी तक घटिया सॉस संचालक पर कोई भी कार्यवाही नहीं हुई है। वहीं खाद्य विभाग के ही एक अधिकारी ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि सैम्पल लेने के 15 दिन या बहुत ज्यादा महीने भर में दोषी के खिलाफ विभाग को कार्यवाही कर देनी चाहिए। यही नहीं छापामारी के दौरान अगर मिलावटी खाद्य पदार्थ बरामद होता है तो उसे तत्काल नष्ट कर देना चाहिए, परन्तु सॉस फैक्ट्री टनों माल बरामद होने के बाद भी विभागीय अधिकारियों ने कृपा दिखाई। इससे तो साफ पता चलता है संचालक होमगार्ड की पकड़ काफी ऊपर तक है। तभी तो खाद्य विभाग भी उस पर कार्यवाही से कतराता है। शहर में मिलावटखोरों की बढ़ती तादाद पर खाद्य विभाग ने ईमानदारी दिखाते हुए कार्यवाही ना कि तो मिलावटी खाद्य पदार्थो के सेवन से भयंकर बीमारी से ग्रस्त मरीजों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जाएगी, जिसका सीधा ज़िम्मेदार खाद्य विभाग होगा।