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स्वास्थ्य, शिक्षा, कृषि एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर को प्रमुखता प्रदान करें : योगी आदित्यनाथ

बहराइच 29 नवम्बर 2018 (ब्यूरो). मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश शासन योगी आदित्यनाथ ने जनपद बहराइच के भ्रमण के दौरान कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक के दौरान कहा कि जनपद के सर्वांगीण विकास के लिए स्वास्थ्य पोषण, शिक्षा, कौशल विकास, कृषि सेक्टर एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में टीम भावना के साथ कार्य कर जनपद को देश और प्रदेश के अग्रणी जनपद की श्रेणी में ले जाने का प्रयास करें। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में स्वास्थ्य पोषण, शिक्षा व कृषि सेक्टर के क्षेत्र में अच्छा कार्य हुआ है परन्तु कौशल विकास एवं वित्तीय समावेशन में और अधिक प्रयास किये जाने की आवश्यकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद मित्र राष्ट्र नेपाल की सीमा पर स्थित होने के कारण उस क्षेत्र से आने वाले विदेशी लोग बहराइच से होकर ही गुज़रते हैं इसलिए आवश्यक है कि जनपद में सड़कों की स्थिति तथा स्वच्छता बेहतर होनी चाहिए ताकि दूसरे देश को लोगों में देश की छवि दिखाई पड़े। इस सम्बन्ध में उन्होंने जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक व पुलिस क्षेत्राधिकारियों को निर्देश दिया कि सीमा पर स्थित थानों व अन्य कार्यालयों का नियमित निरीक्षण करते रहें तथा ऐसे स्थानों पर साफ-सुथरी छवि वाले अधिकारियों की तैनाती की जाय। तैनात अधिकारियों को यह भी सन्देश दे दिया जाय कि वे लोगों से मित्रवत व्यवहार करें, परन्तु इसका तात्पर्य यह नहीं होगा कि अपराधी व असामाजिक प्रवृत्ति के लोगों के साथ दोस्ती निभाई जाय। अपराधी किस्म के लोगों से पूरी सख्ती के साथ निपटा जाय ताकि समाज के अच्छे लोगों को राहत महसूस हो। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि समाज की तरक्की के लिए सबसे महत्वपूर्ण चीज़ शिक्षा है। मात्र विद्यालय का निर्माण कर देने से शिक्षा के स्तर में सुधार नहीं होगा। विकास के लिए आवश्यक है कि विद्यालयों में आने वाले बच्चों को उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान की जाये। श्री योगी ने कहा कि जनपद में शिक्षा के क्षेत्र में काफी अच्छा कार्य हुआ है परन्तु अभी गुणवत्ता में सुधार की ज़रूरत है। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि स्कूलों में छात्र-नामांकन के औसत के अनुसार अध्यापकों की तैनाती की जाय। उन्होंने यह भी कहा कि यदि शिक्षा के विकास के लिए आवश्यकता महसूस हो तो आस-पास के विद्यालयों को एक कलस्टर के रूप में विकसित कर बच्चों को बेहतर से बेहतर शिक्षा प्रदान की जाय। मुख्यमंत्री के कहा कि बच्चों को स्कूल परिसर तथा कक्ष में अच्छा माहौल प्रदान किया जाय। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मुुद्रा योजना, प्रधानमंत्री जीवन सुरक्षा योजना, अटल पेंशन योजना इत्यादि महत्वपूर्ण योजनाएं हैं जिसमें जनपद में अच्छा कार्य भी हुआ है। 

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इन योजनाओं के लाभार्थियों के साथ नियमित बैठकें कर उनका फीडबैक प्राप्त कर उसका प्रचार-प्रसार करायें ताकि दूसरे लोग भी आकर्षित हों। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन में जनप्रतिनिधियों के अनुभवों का भी लाभ प्राप्त किया जाय। कौशल विकास के सम्बन्ध में उन्होंने निर्देश दिया कि स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार लोगों को प्रशिक्षण दिलाया जाय ताकि उन्हें स्थानीय स्तर पर सेवायोजित कराया जा सके। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि सभी सरकारी चिकित्सालयों में चिकित्सकों एवं पैरा मेडिकल स्टाफ की तैनाती करते हुए उनकी उपस्थिति सुनिश्चित करायी जाय। उन्होंने कहाकि टीकाकरण एवं कुपोषण के खात्मे के लिए ज़रूरी है कि आशा व एएनएम समन्वय के साथ कार्य करें। 

उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि आॅगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से सभी लक्षित वर्ग को पुष्टाहार का वितरण कराया जाय साथ ही कार्यो की मानीटरिंग भी करायी जाय। खाद्यान्न वितरण कार्य की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि ई-पास मशीनों के माध्यम से नोडल अधिकारियों की देख-रेख में खाद्यान्न का वितरण कराया जाय। उन्होंने जिले के अधिकारियों से कहा कि निराश्रित पशुओं की समस्या के निदान के लिए अच्छा कार्य करें, उन्होंने कहा कि जनपद ललितपुर में अच्छा कार्य हुआ है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि गन्ना किसानों के बकाया मूल्य भुगतान के सम्बन्ध में प्रमुख सचिव गन्ना से समन्वय स्थापित कर समाधान कराया जाये साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाये कि किसी भी स्तर पर गन्ना किसानों का उत्पीड़न न होने पाये। इसी सन्दर्भ में उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि धान व मक्का की उपज बेचने में किसानों को कोई समस्या न आये, यदि कहीं पर कोई समस्या है तो जिलाधिकारी अपने स्तर पर उसका समाधान करा लें। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान को संचालित करने में शहर और गाॅव के बीच कोई फर्क न रखा जाय बल्कि समानुपातिक रूप से गाॅव एवं शहरी क्षेत्रों को साफ-सुथरा रखें। बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने विद्युतीकरण कार्य की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि सौभाग्य योजना तथा पं. दीन दयाल उपाध्याय ज्योति योजना के लक्ष्य को 31 दिसम्बर तक अवश्य पूर्ण कर लिया जाय। कृषि एवं जल संसाधन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड कार्य की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि किसानों को खाद-बीज एवं सिंचाई की समस्या नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री आवास योजना, एण्टी भू-माफिया, सड़कों के निर्माण सहित अन्य बिन्दुओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने कार्यालयों में नियमित रूप से बैठ कर आमजन की समस्याओं का समय से निस्तारण सुनिश्चित करायें तथा अपने सीयूजी नम्बर को अवश्य अटैण्ड करें। 

बैठक का संचालन जिलाधिकारी माला श्रीवास्तव ने किया। इस अवसर पर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा व प्रदेश की राज्यमंत्री (स्वतन्त्र प्रभार) बेसिक शिक्षा, बाल विकास एवं पुष्टाहार, राजस्व एवं वित्त (एमओएस) अनुपमा जायसवाल, विधायक पयागपुर सुभाष त्रिपाठी, बलहा के अक्षयवर लाल गौड, महसी के सुरेश्वर सिंह, नानपारा की माधुरी वर्मा, आयुक्त देवीपाटन मण्डल सुधेश कुमार ओझा, पुलिस उप महानिरीक्षक अनिल कुमार राय, मुख्यमंत्री के डे आफिसर शुभ्रान्त कुमार शुक्ला, पुलिस अधीक्षक डा. गौरव ग्रोवर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।