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अनुदेशकों ने सरकार के विरोध में काली पट्टी बांधकर किया शिक्षण कार्य

शाहजहांपुर 20 अगस्‍त 2018. प्रांतीय जूनियर हाईस्कूल अनुदेशक संघ के पूर्व नियोजित कार्यक्रम के अनुसार उच्च प्राथमिक विद्यालयों में तैनात सभी अनुदेशकों ने काली पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य किया। जिले मे तैनात लगभग 700 अनुदेशकों ने उत्तर प्रदेश सरकार के द्वारा बढ़े हुए केंद्र सरकार द्वारा पैब बैठक 2017 में स्वीकृत 17000 प्रतिमाह मानदेय का शासनादेश जारी न करने के विरोध में काली पट्टी बाँध कर अपने विद्यालयों में शिक्षण कार्य किया। 


इस दौरान प्रांतीय जूनियर हाई स्कूल अनुदेशक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष विपिन अग्निहोत्री ने कहा कि केंद्र सरकार ने मार्च  2017 में अनुदेशकों का मानदेय 8470 से बढ़ाकर 17000 रुपये प्रति महीना कर दिया था। लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार की मनमानी के कारण 16 महीने बीत जाने के बाद आज भी अनुदेशकों के मानदेय का शासनादेश जारी नहीं किया गया। यह सरकार की शिक्षा के प्रति मानसिकता को दर्शाता है। अब अनुदेशक सरकार से आर-पार की लड़ाई लड़ेगा। 

जिलाध्यक्ष रवि वर्मा ने कहा कि सरकार के पास सबके लिए पैसा है। लेकिन अनुदेशक शिक्षकों के मानदेय के लिए पैसा देने में आनाकानी कर रही है। जबकि जूनियर हाई स्कूलों में एकल शिक्षक होने के बावजूद अनुदेशक लगातार मेहनत कर रहे हैं। और शिक्षण कार्य को सुचारु रुप से चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज किया जाएगा। और सरकार को इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। जिला महामंत्री मोहम्मद शोएब और जिला मीडिया प्रभारी मनोज सुमन ने कहा कि लखनऊ में होने वाले आगामी धरने में सभी अनुदेशक प्रतिभाग करें जिससे सरकार को अपनी शक्ति का एहसास दिलाया जा सके। 

कोषाध्यक्ष अमन अवस्थी और संजय सिंह विष्ट ने कहा कि सरकार अनुदेशकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रही है। जब एक साथ पास हुए प्रस्ताव के आधार पर शिक्षामित्रों और इंटीग्रेटेड शिक्षकों का मानदेय बढ़ा हुआ मानदेय दे रही है तो फिर हमारा क्‍यों नही दे रही। दौरान संजीत कुमार, संजय सिंह, अमन अवस्थी, अभय मिश्रा, रामनारायण सक्सेना, आशतोष वर्मा, केशव गंगवार सहित सभी अनुदेशकों ने विरोध किया।