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कानपुर के नये एसएसपी बने अनंतदेव

कानपुर 29 अगस्त 2018 (महेश प्रताप सिंह). उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपराध पर लगाम कसने के लिए कई कप्तानों के ट्रांसफर कर दिए। इसी के तहत कानपुर के एसएसपी अखिलेश मीणा को हटा कर उनकी जगह इनकाउंटर विशेषज्ञ अनंत देव को यहां की जिम्मेदारी दी गई है। आनंद देव के बारे में कहा जाता है कि जिस जिले में इनकी तैनाती होती है तो वहां के अपराधी या तो जेल के अंदर होते हैं या परलोक सिधार जाते हैं। इन्हें यूपी का इनकाउंटर विशेषज्ञ के नाम से जाना जाता है।


बताते चलें कि प्रदेश की सीएम पद पर बैठते हुए मायावती ने पाठा के जंगल को डकैतों से मुक्त कराने के लिए अनंत देव को जिम्मा दिया था। अनंत देव ने उस वक्त तीन दशक से बूंदेलखंड के अलावा एमपी के कई जिलों में अपनी सल्तनत चलाने वाले डकैत ददुआ व ठोकिया को मार गिराया था। अनंत देव अपनी नौकरी के दौरान 60 से ज्यादा अपराधियों का काम तमाम कर चुके हैं।


कप्तान अनंतदेव तिवारी 1987 बैच के पीपीएस अधिकारी हैं। वर्ष 2006 में आईपीएस अधिकारी बने। सूबे में फैजाबाद, गोरखपुर, बुलंदशहर, प्रतापगढ़, आजमगढ़, सिद्धार्थनगर आदि जनपदों में वह कप्तान रह चुके हैं। मेरठ, सहारनपुर और नोएडा में एसपीआरए रहे। सीओ के पद पर इनकी आगरा, कानपुर, इलाहाबाद में तैनाती रही है।

अनंत देव कानपुर से सटे जिले फतेहपुर के मूल निवासी हैं। साथ ही कानपुर से उनका गहरा नाता है। परिवार के कई सदस्य इसी शहर में रहते हैं। आनंद देव ने अपनी शिक्षा फतेहपुर से पूरी करने के बाद सिविल सर्विस की तैयारी इलाहाबाद से की। अनंत देव इससे पहले 1998 में कानपुर में तैनात रहे हैं। लगभग एक साल तक कानपुर में तैनाती के दौरान आनंद देव स्वरूप नगर, कलेक्टरगंज समेत तीन सर्किलों की जिम्मेदारी निभाई। इस दौरान अनंत देव ने शहर से गई गिरोहों और अंडरवर्ल्ड से जुड़े अपराधियों का इनकाउंटर किया। आनंद देव ने डी-39 गैंग की कमर तोड दी थी। दाउद इब्राहीम और अतीक गैंग के कई अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया था।

अनंतदेव की एसटीएफ में भी लंबी नौकरी रही है। कुख्यात ददुआ और कई आतंकियों सहित सौ के करीब एनकाउंटर कर चुके हैं। एसटीएफ में तैनाती के दौरान इन्‍होंने सुशील मूंछ, भूपेंद्र बाफर आदि को गिरफ्तार किया था। जनपद के आसपास तैनाती रहने के कारण उन्हें यहां की काफी जानकारी है।