Breaking News

कहीं नल सूखा तो कहीं गन्दगी का अम्बार, पनकी रेलवे स्टेशन हुआ कबाड़

कानपुर 13 जुलाई 2018 (महेश प्रताप सिंह).  इस समय उत्तर भारत का अधिकांश इलाका भीषण गर्मी की मार झेल रहा है और उस पर भारतीय रेल आदतानुसार घंटों लेट चलती है। ऐसे में रेल से सफर करने वाले यात्री पानी के लिए रेलवे स्टेशनोंं पर लगे बेकार और सूखे नल को देखकर पानी की बोतल खरीदने को मजबूर हैं और यह सारा खेल रेलवे के छोटे स्‍तर के कर्मचारियों एवं जल माफिया की सााजिश द्वारा तय होता है। जिसमें कहीं न कहीं रेलवे के बड़े अधिकारियों की भी मिली भगत रहती है।



ताजा मामला पनकी रेलवे स्टेशन का है, जहाँ केवल कुछ ही गाड़ियां रुकती हैं और ऐसे में स्टेशन पर ट्रेन रुकते ही अधिकतर यात्री पानी के लिए स्टेशन पर लगे नलों की तरफ दौड़ते हैं और पानी न मिलने की स्थिति में मजबूरन पानी की बोतल खरीदते हैं और वो भी अवैध वेंडरों से। एक तरफ हम बुलेट ट्रेन चलाने की बात करते हैं और वहीं दूसरी ओर आम ट्रेनों में यात्री की जेब लूटी जा रही है और वो भी स्टेशन परिसर के अंदर। पनकी रेलवे स्टेशन पर पानी के कई नल लगे हैं लेकिन इन अवैध वेंडरों और कुछ रेलवे कर्मचारियों/अधिकारियों की मिलीभगत से नल या तो सूखे पड़े है या फिर वह जगह गन्दगी से भरी है। एैसे में यात्री अपनी गाढी कमाई के पैसे खर्च करने और पानी की मानकहीन बोतलें खरीदने को मजबूर हैं.