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हाऊसिंग बोर्ड का ठेकेदार कर रहा गुंडागर्दी, युवक को डण्‍डे से पीटा

जशपुर 16 फरवरी 2018 (रवि अग्रवाल). हाऊसिंग बोर्ड कालोनी का एक ठेकेदार ठेकेदारी करने के बजाय रंगदारी पर उतर गया है और इसकी रंगदारी सिर चढ़कर बोल रही है। मामला जशपुर हाऊसिंग बोर्ड कॉलोनी का है, बीती 9 फरवरी को सुबह करीब 11 बजे हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी का ठेकेदार संतोष तिवारी कालोनी में आया और कुछ लोगों से तत्‍काल मकान खाली कराने पर आमादा हो गया। कॉलोनी में रह रहे लोगों ने जब ठेकेदार की गुंडागर्दी का विरोध शुरू किया तो उसने अपने एक साथी हरेंद्र तिवारी के साथ मिलकर विरोध करने वाले राजीव सिंह के ऊपर डंडे से हमला कर दिया।

जशपुर दौड़का चौरा स्थित हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के LIG-15 में निवासरत राजीव कुमार सिंह का कहना है कि हाऊसिंग बोर्ड में रहने वाले लोग एक तो पहले से ही बुनियादी समस्याओं से जूझ रहे हैं ऊपर से आ गया घर खाली करने का तालिबानी फरमान। ऐसे में विरोध लाजमी था और जब उन्होंने इसका विरोध किया तो ठेकेदार संतोष तिवारी गुंडागर्दी पर उतर आया और गाली-गलौज करते हुए उन पर डंडे से हमला कर दिया। हमले के बाद वह जमीन पर गिर गए और जब चिल्लाना शुरू किया तो घटनास्थल पर और भी लोग जमा हो गए और बीच बचाव करने लगे, लेकिन लोगों की मौजूदगी में भी उसकी गुंडागर्दी कम नहीं हुई और वह न केवल उन्हें बल्कि उनकी पत्नी के साथ भी अभद्र भाषा का इस्तेमाल करता रहा।
उन्होंने बताया कि उन्होंने पूरे मामले की शिकायत कोतवाली थाना में घटना के दिन ही कर दी थी लेकिन सप्ताह बीतने के बाद भी पुलिस द्वारा अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। पुलिस विवेचना का कह कर मामले पर चुप्पी साध ले रही। लेकिन बड़ा सवाल है कि गंभीर घटना एवं दर्जनों प्रत्यक्षदर्शियों के हस्ताक्षरयुक्त पत्र देने के बाद भी पुलिस कौन सी विवेचना कर रही है ये समझ से परे हैं। वहीं कालोनी के काफी लोगों का कहना है कि उक्त ठेकेदार द्वारा इस तरह की गुंडागर्दी पहली बार नहीं की है, पूर्व में भी कई लोग ठेकेदार की रंगदारी से परेशान हैं। वहीं लोगों का कहना है कि ठेकेदार का पुलिस वालों के साथ बराबर उठना बैठना है इसीलिए पुलिस जानबूझकर विवेचना का बोल कर मामले को रफा दफा करने का प्रयास कर रही। इसके अलावा हाउसिंग बोर्ड के जिम्मेदार अधिकारियों को भी उन्होंने मौखिक रूप से पूरे मामले की जानकारी दी तथा लोगों द्वारा भी वास्तविक घटना बताई गई लेकिन अधिकारी ठेकेदार का ही बचाव कर रहे। यहां तक कि विभागीय अधिकारी ठेकेदार के इस कृत्य को भी जायज़ ठहरा रहे।