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रायगढ़ में फैल रहा है जिस्मफरोशी का कारोबार, अापत्तिजनक व अश्लील सामग्री के साथ ग्यारह गिरफ्तार

रायगढ़ 19 फरवरी 2018 (रवि अग्रवाल). छत्तीसगढ़ में उद्योग नगरी के नाम से पहचाने जाने वाले क्षेत्र रायगढ़ में जहां एक तरफ भू माफियाओं की लाबी हावी होती जा रही वहीं दूसरी तरफ शहर में तमाम तरह के असामाजिक कार्यों ने भी पैर पसार लिया है। रायगढ़ शहर में अब सेक्स का धंधा शहर के सघन इलाकों में भी फलने-फूलने लगा है। मुखबिर की सूचना पर आज दोपहर रायगढ़ के लालटंकी इलाके में सीएसपी के नेतृत्व में कोतवाली थाना पुलिस बल ने छापेमार कार्रवाई की है। दबिश में ग्यारह लोग, दो युवतियां शामिल, रंगरेलियां मनाते रंगेहाथों गिरफ्तार हुए हैं।

मौके से कई अश्लील सामग्रियां जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है। युवक-युवतियों को गिरफ्तार कर पीटा एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है। शहर में चल रहे अवैध देह व्यापार पर लगाम लगाने के लिए इसे पुलिस की बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। 

प्रेसवार्ता कर एसपी ने दी जानकारी - 
रायगढ़ पुलिस अधीक्षक आईपीएस दीपक झा के निर्देशानुसार, नगर पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी और एडिशनल पुलिस अधीक्षक चौहान के मार्गदर्शन में पुलिस द्वारा शहर में चल रहे अवैध देह व्यापार में एक बड़ी कार्यवाही की गई। जिसमें शहर के तीनों थाने कोतरा रोड, सिटी कोतवाली और चक्रधर नगर द्वारा शहर के विभिन्न स्थानों पर दबिश दी गई। प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि तीनों थाने की अलग-अलग कार्यवाही में अवैध देह व्यापार में लिप्त 11 लोगों को हिरासत में लिया गया। जिसमें दो ग्राहक, दो महिला यौनकर्मी तथा सात दलालों की गिरफ्तारी हुई है। जिन पर पीटा एक्ट के तहत कार्यवाही की जा रही है। कोतरा रोड थाने द्वारा की गई कार्यवाही में कोसमनारा से एक नाबालिक को जबरन इस देह व्यापार के धंधे में धकेलने का प्रकरण सामने आया है। नाबालिग को उसी के रिश्तेदारों ने ही इस अवैध कार्य में लगाया था। नाबालिक के बयान उन पर धारा 272 के तहत कार्यवाही की जाएगी।

रायपुर में भी फल-फूल रहा देह व्यापार - 
वहीं राजधानी रायपुर में भी पुलिस को तीन से चार दिन पहले इस हाईप्रोफाइल सेक्स रैकेट के संचालित होने की जानकारी मिली थी। जिस पर पुलिस ने सेक्स रैकेट को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। जिसके बाद इस हाई प्रोफाईल सेक्स रैकेट का भाड़ाफोड़ किया है।

वाट्सअप के जरिए होता था संचालन - 
यह पूरा रैकेट वाट्सअप के जरिये संचालित किया जाता है। वाट्सअप पर ही कालगर्ल की फोटो भेजी जाती और उस पर ही कालगर्ल का रेट डिसाईड किया जाता है। वाट्सअप पर ही मिलने की जगह तय होती और उसके बाद जिस्मफरोशी का धंधा चलता था।

पुलिस को करनी पड़ी मशक्कत - 
पुलिस ने इस ​गिरोह के पीछे एक प्वाइंटर लगाया, जिसने वाट्सअप के जरिये पहले सेक्स रैकेट से जुड़े सदस्य से सम्पर्क किया। सम्पर्क करने के बाद गिरोह के सदस्य ने वाट्सअप पर कालगर्ल की कुछ तस्वीरे भेजी। तस्वीर पसंद आने के बाद उन कालगर्ल का रेट तय किया गया, वह था ढाई हजार से लेकर तीन हजार रूपये प्रतिघंटा। 

पुलिस के बिछाए जाल में फंसा गिरोह - 
डील पक्की होने के बाद गिरोह के सदस्य ने प्वाइंटर को राजेन्द्र नगर स्थित पियूष कॉलोनी में मकान नंबर 21 में बुलाया, जहां प्वाइंटर पैसे लेकर पहुंचा। वहां फोटो में दिखाई कालगर्ल भी मौजूद थी। फिर प्वाइंटर गिरोह की एक महिला सदस्य, जो गिरोह की दलाल थी, उसे पैसे दे दिये। जब यह पूरा कारोबार चल रहा था तो वहां पहले से ही पुलिस की टीम मौजूद थी और मौका मिलते ही प्वाइंटर ने पुलिस को ईशारा किया तत्काल घेराबंदी कर एक महिला दलाल सहित दो युवतियों और दो युवकों को गिरफ्तार किया। 

रायपुर के लोकल दलाल रहते हैं शामिल - 
गिरफ्तार महिला राजेंद्र नगर के पीयूष कालोनी की ही रहने वाली है जो कि अपने घर से जिस्मफरोशी का धंधा संचालित करती थी जबकि दोनों युवती रायपुर के सेजबहार और अमलीडीह की रहने वाली है। वहीं मौके से गिरफ्तार दोनों युवक तुषार चौधरी गुढ़ियारी और अमन सिंह संताषी नगर के बताये जा रहे है।

प्रदेश बनने के बाद बढ़ी जिस्मफरोशी - 
पुलिस का भी कहना है कि अलग प्रदेश बनने के बाद विकसित होते छग में तमाम तरह के बाहरी लोगों का आना-जाना बढ़ गया एवं यहां के लोगों का भी बाहर आना जाना होने लगा, मेट्रो सिटीज में हाई प्रोफाइल लाइफ स्टाइल और देह व्यापार के धंधे खुलेआम चलते हैं। देखा देखी यहां पर भी देह व्यापार के कारोबारी आने जाने लगे। धीरे-धीरे कर देह व्यापार ने भी राजधानी और भिलाई क्षेत्र में अपने पैर जमा लिए। पहले तो इक्का दुक्का मामले ही आतें थे मगर अब इस तरह के मामले बराबर सामने आ रहे, वहीं ज्यादातर मामलों की सूचना तक नहीं मिल पाती या फिर देर से मिलती है जिसके चलते दलाल और कार्लगर्ल्स निकल जातीं हैं। दूसरे राज्यों से भी कार्लगर्ल्स बुलाई जाती हैं। स्पा सेंटर, मशाज पार्लर, ब्यूटी पार्लर के अलावा होटल्स तक में दलाल सक्रिय रहते हैं जिसके कारण जिस्मफरोशी का कारोबार काफी बड़ा हो गया है। राजधानी से निकलकर धीरे-धीरे ग्रामीण एवं सुदूर आंचलिक क्षेत्रों तक में देह व्यापार के मामले पकड़ में आए इससे साफ है कि अब इन इलाकों तक कारोबार कारोबारी और ग्राहक मिलते हैं जिसके चलते ये गंदा धंधा सभी जगहों पर अपनी जड़ें जमा रहा है। 

होनी चाहिए लगातार निगरानी - 
राजधानी में जिस तरह से पुलिस शहर, शापिंग माल्स एवं आउटरों के संदिग्ध माने जाने वाले सेंटरों पर लगातार निगरानी करती है इसी तरह रायगढ़ में भी पुलिस द्वारा शापिंग माल्स के स्पा, ब्यूटी पार्लर व सेंटर एवं होटल्स व ढाबों पर लगातार निगरानी एवं मुखबिरों को सक्रिय रखना चाहिए। इससे जिस्मफरोशी के कई बड़े रैकेट्स एवं धंधों में संलिप्त दलाल आसानी से पकड़ में आ सकतें हैं। वहीं सोशल मीडिया पर भी निगाह रखना जरूरी है क्योंकि देह व्यापार के कारोबार में सोशल मीडिया के उपयोग के भी कई मामले पकड़ में आ चुकें हैं।