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2100 शंखनादों से गुंजायमान हुआ राजिम कुंभ, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज हुआ आयोजन

रायपुर 12 फरवरी 2018 (जावेद अख्तर). माघ पूर्णिमा से महाशिवरात्रि तक चलने वाले राजिम कुंभ का वह दृश्य अद्धभुत-अलौकिक था जिसमें धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के  साथ 2100 लोगों ने नई चेतना को जागृत करने, नदी के सरंक्षण व संवर्धन करने तथा राष्ट्रीय एकता को अटूट बनाये रखने के संकल्प के साथ शंखनाद किया। इस शंखनाद से सम्पूर्ण राजिम कुंभ गुंजायमान हो गया था। यह शंखनाद माँ जानकी जयंती के अवसर पर राजिम स्थित पैरी, सोंढूर और महानदी संगम पर स्थित गंगा आरती तट पर हज़ारों साधु-संतों और श्रद्धालुओं की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। धर्म नगरी के इस अनूठे आयोजन को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया गया है।

गौरतलब है कि इस राजिम कुम्भ कल्प में आयोजित आध्यात्मिक कार्यक्रमों के माध्यम से  राज्य के सर्वंगीण विकास और नदियों के संरक्षण तथा संवर्द्धन के प्रति लोगों को जागरूक बनाने का प्रयास किया जा रहा है।  यह कुम्भ सामाजिक सरोकारों को सुनियोजित कर नदियों को स्वच्छ रखने के प्रति ठोस और यथार्थ कदम उठाने के लिए प्रेरित करता है।

छग धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा - 
जीवनदायिनी नदियों को संरक्षित करने हमारे संकल्प को मजबूत बनाये रखने का प्रतीक है यह शंखनाद। मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आज का पावन दिन शंखनाद के माध्यम से संकल्प लेने का दिन है। हमारे धर्म ग्रंथों में बताया गया है कि समुद्र मंथन के दौरान 14 रत्नों में पांचजन्य शंख भी निकला था। यह शंख हमारे संकल्प बल को मजबूत बनाये रखने का प्रतीक है। महाभारत काल से यह शंखनाद धर्म पर अधर्म पर जीत को प्रदर्शित करता है। इस शंखनाद के माध्यम से हमने नदियों के संरक्षण-संवर्धन का संकल्प आज लिया है। साथ ही इस शंखनाद आयोजन के दौरान सभी धर्म-समाज के साथी एकजुट होकर अपने भारत वर्ष के सुख, शांति और समृद्धि की कामना भी की है। 

श्री अग्रवाल ने कहा कि राजिम कुंभ देश और दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है। 3 जनवरी को यहा नदी बचाने के संकल्प के साथ नदी मैराथन का आयोजन किया गया जिसमें स्कूली बच्चों सहित क्षेत्र के 12 हज़ार लोगों ने हिस्सा लिया। इसी प्रकार 7 जनवरी को देशवासियों की समृद्धि व विश्व शांति के लिए रिकार्ड 3 लाख 61 हज़ार दीपों का प्रज्वलन कर कीर्तिमान रचा गया। इसी क्रम में आज का यह शंखनाद आयोजन ने भी इतिहास रच कर गिनीज़ बुक में दर्ज कर लिया गया है। कुंभ के दौरान ऐसे ऐतिहासिक आयोजनों के माध्यम से सनातम धर्म का एक सकारात्मक संदेश दुनियां में जा रहा है।

धर्मस्व, जल संसाधन सचिव सोनमणि बोरा ने कहा कि मंगल कार्य का शुभारंभ शंखनाद से किया जाता रहा है। राजिम कुंभ भी धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के सतत परिश्रम से यहा भव्यता के साथ आयोजित हो रहा है। ऐसे में शंखनाद एक शुभारंभ है नवचेतना का। ऐसी चेतना जिसमे हम वर्तमान व आने वाली पीढ़ी को उनके सुरक्षित भविष्य के लिए नदियों का, जल श्रोतों का का संरक्षण करने का संदेश दे सके। 

इस अवसर पर साध्वी प्रज्ञा भारती, विधायक संतोष उपाध्याय, अपैक्स बैंक अध्यक्ष अशोक बजाज, महिला आयोग अध्यक्ष हर्षिता पांडे, जिला पंचायत अध्यक्ष श्वेता शर्मा, अशोक राजपूत आदि उपस्थित थे।