Breaking News

कानपुर - खुले में शराब पीने पर रोके कौन, पुलिस देखती रहती मौन

कानपुर 08 जनवरी 2018 (विशाल तिवारी). प्रदेश में खुले में शराब पीने पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है, शराब के नशे में कई बड़ी वारदातों को भी अंजाम दिया जाता रहा है लेकिन इसके बावजूद कानपुर में शराबियों पर लगाम नहीं लग पा रही है। हमने जब खुले में शराब पीने का रियलिटी चेक किया तो चौंकाने वाले हालात सामने आए।

थाना कल्याणपुर के आवास विकास चौकी 3 के अंतर्गत आने वाले मसवानपुर चौराहे पर इन दिनों स्थानीय पुलिस की मिलीभगत के चलते शराब ठेके के सामने लगे ठेलों पर खुलेआम दारु के जाम परोसे जा रहे हैं, वो भी बिना किसी डर के। क्योंकि जब पुलिस मेहरबान तो गधा पहलवान। शराब पिलाने के साथ ही यहाँ दारु पीने वालों के लिए चखना एवं पानी की भी स्पेशल व्यवस्था है। चाहे आप लेग पीस पसंद करते हों या पकौड़ी सब मिनटों में उपलब्ध हो जाता है। जब ऐसी स्पेशल व्यवस्था हो तो शराबी आखिर यहाँ नहीं दिखेंगे तो कहाँ दिखेंगे।

आबकारी एक्ट के तहत खुले में शराब पीने पर पूरी तरह से रोक लगी हुई है। कोई भी खुले में शराब पीता हुआ पकड़ा जाता है तो उस पर 5 हजार रुपए का जुर्माना लगाया जा सकता है। यही नहीं पुलिस एक्ट के तहत भी खुले में शराब पीने वालों के चालान किए जाते हैं, लेकिन कानपुर में खुले में शराब पीने वालों पर न तो आबकारी डिपार्टमेंट और न ही पुलिस कार्रवाई कर रही है.


शराब पीकर करते हैं वारदातें -
शराब पीकर कई बड़ी वारदातों को भी अंजाम दिया जाता है। सभी थानों में रोज रात में शराब पीकर झगड़ा करने के कई मामले सामने आते हैं। कई महिलाएं अपने पति के द्वारा शराब पीकर पिटाई की शिकायत पुलिस से करती हैं। शराब की दुकान के सामने से महिलाओं को निकलने में दिक्कत होती है, क्योंकि शराबी फब्तियां कसते हैं। इसके अलावा कई बदमाश शराब पीकर ही लूट और चोरी की वारदातों को अंजाम देते हैं। शराब पीकर सबसे ज्यादा एक्सीडेंट भी होते हैं।


जब हमारे संवाददाता ने आवास विकास 3 चौकी इंचार्ज से इस बारे में बात की तो उन्होंने ये कहते हुए सिरे से नकार दिया की वो क्षेत्र तो हमारी चौकी के अंतर्गत आता ही नहीं है। फिर बोले अच्छा ठीक है हम अपनी जेब्रा भेज देते हैं, देख लेंगे। पर 2 दिन बीत जाने के बाद भी खुले में शराब पीना-पिलाना अभी भी बदस्‍तूर जारी है।