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कानपुर सैक्‍स रैकेट - पुलिस कर रही छापेमारी, धंधा लेकिन अभी भी जारी

कानपुर 04 जनवरी 2018 (सूरज वर्मा). पुलिस चौकी पटकापुर के सामने चल रहे सैक्स रैकेट का आखिरकार भंडाफोड़ हो ही गया। इसका खुलासा भी तब हुआ, जब आईजी क्राइम ब्रांच की टीम ने स्‍थानीय थाने को बताये बगैर एक फ्लैट में छापेमारी की। हमारे संवाददाता ने जब इन्‍टरनेट की वेबसाइट पर दिये नम्‍बर पर एक एजेन्‍ट से बात करके जानकारी की तो पता चला कि पुलिस की छापेमारी के बावजूद शहर के कई स्‍थानों पर ये धंधा अभी भी बदस्‍तूर जारी है। 


बताते चलें कि पटकापुर पुलिस चौकी के सामने स्थित सूर्या टॉवर के ग्राउंड फ्लोर पर एक अधिवक्ता का फ्लैट है। अधिवक्ता ने फ्लैट आजाद नगर निवासी एक महिला को किराए पर दिया था। बुधवार को क्राइम ब्रांच ने सूर्या टॉवर में दबिश दी। टीम को मौके से रैकेट चलाने वाली संचालिका, तीन युवतियां और चार युवक मिले। टीम सभी को पूछताछ के लिए थाने ले आई। इस कार्यवाही से फीलखाना थाने की पुलिस पर भी कई सवाल खड़े हो गए हैं। सूत्रों के अनुसार संचालिका ने खुद को पत्रकार बता कर पुलिस को दबाव में लेने की नाकाम कोशिश भी की। उसके पास से पुलिस को एक हिन्‍दी दैनिक अखबार का कार्ड भी मिला। बताते चलें कि बीती दीवाली में इसी महिला ने कम्‍पनी बाग चौराहे पर बडी होर्डिंग लगवा कर खुद को एक दैनिक अखबार का पत्रकार घोषित किया था। 

क्षेत्रीय लोगों की मानें तो सूर्या टॉवर में करीब 50 फ्लैट हैं। आधे से अधिक फ्लैट में लोग परिवार के साथ रहते हैं। अन्य फ्लैटों में कोचिंग, दुकानें और गोदाम बने हैं। टॉवर के नीचे के फ्लैट में रैकेट चल रहा था। सूर्या टॉवर में रहने वाले लोगों ने बताया कि सेक्स रैकेट काफी समय से चल रहा था। इस बात की जानकारी चौकी प्रभारी और थानाप्रभारी को थी। दोनों से कई बार शिकायत भी की गई, मगर कोई कार्रवाई नहीं हुई। कमोबेश यही स्थिति शहर के कई अन्‍य इलाकों की भी है। स्‍थानीय थाने के कुछ भ्रष्‍ट पुलिस वाले चन्‍द रूपयों की लालच में इस गलीज़ धंधे को सहारा दिये हैं। 

हमारे संवाददाता ने जब इन्‍टरनेट की वेबसाइट पर दिये नम्‍बर पर एक एजेन्‍ट से बात करके जानकारी की तो पता चला कि पुलिस की छापेमारी के बावजूद शहर के कई स्‍थानों पर ये धंधा अभी भी बदस्‍तूर जारी है। एजेन्‍ट ने हमारे संवाददाता को ग्राहक समझ कर नमकफैक्‍ट्री चौराहे पर बुलाया और 3 हजार रूपये में लड़की उपलब्‍ध कराने की बात कही। इससे आप स्‍वयं समझ लीजिये कि इन देह व्‍यापारियों के हौसले कितने बुलन्‍द हैं। अत्‍यन्‍त अफसोस की बात है कि कल शहर के कुछ तथाकथित बड़े लोगों ने पुलिस की कार्रवाई को हल्का करने का दबाव बनाने की कोशिश की। परन्‍तु मामला वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में होने के कारण पैरोकारी कर रहे लोगों की दाल नहीं गल सकी। पर इतना तय है कि इन छोटी मोटी छापेमारियों से इस विशाल धंधे की जड़ें नहीं हिलने वाली हैं।