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पत्रकार विनोद वर्मा को मिली जमानत, भूपेश बघेल ने गले लगाकर किया स्वागत

रायपुर 03 जनवरी 2018 (जावेद अख्तर). लगभग तीन महीने के बाद अंततः पत्रकार विनोद वर्मा को जमानत मिल गई। जमानत मिलने के बाद विनोद वर्मा को रिसीव करने के लिए छग प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल पहुंचे थे और विनोद के बाहर निकलते ही उन्होंने गले लगाकर स्वागत करते हुए आत्मीयता दर्शायी। पत्रकार विनोद वर्मा छग के एक मंत्री की अश्लील सेक्स सीडी मामले में छग पुलिस ने गिरफ्तार किया था।


मामला सीबीआई को सौंपने के बाद रिमांड पर भी लिया गया। आखिरकार अब पत्रकार विनोद वर्मा को जमानत मिली है। अब से प्रत्येक पंद्रह दिवस के अंतराल पर पत्रकार को हाजिरी देने के लिए उपस्थित होना होगा। विनोद वर्मा को जमानत मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष टीएस बाबा का बड़ा बयान आया है, उन्होंने कहा कि देश में फासिस्टवादी ताकतें हावी हो रही हैं और प्रजातंत्र में सरकार का भरोसा ही नहीं रह गया है। 

ये था मामला - 
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ में एक मंत्री से जुड़े कथित अश्लील सीडी कांड के सिलसिले में रायपुर की जेल में बंद वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को कोर्ट से जमानत मिल गई है। बता दें कि कथित सीडी कांड में विनोद वर्मा को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था। विनोद वर्मा से जुड़े इस मामले की सीबीआई जांच कर रही है। कुछ समय पहले मंत्री की कथित सेक्स सीडी मामले में पत्रकार विनोद वर्मा को सीबीआई ने 12 दिनों की न्यायिक हिरासत में लिया था। कथित सीडी कांड के सिलसिले में सीबीआई ने मंत्री राजेश मूणत की शिकायत पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल और विनोद वर्मा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। भूपेश बघेल और विनोद वर्मा के खिलाफ अश्लील सीडी बांटने के अलावा फिरौती मांगने का आरोप है। राजेश मूणत ने 27 अक्टूबर 2017 को ये रिपोर्ट लिखवाई थी और राज्य सरकार ने ये मामला जांच के लिए सीबीआई को दिया था। 

नेता प्रतिपक्ष ने दिया बयान - 
राज्य के मंत्री से जुड़े कथित अश्लील सीडी कांड मामले में विनोद वर्मा को जमानत मिलने के बाद नेता प्रतिपक्ष ने ये बयान दिया। उन्होंने कहाकि पहले दिन से ही यह स्पष्ट हो गया था कि यह मामला बनावटी है। अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज होने के बाद दिल्ली जाकर पुलिस विनोद वर्मा को गिरफ्तार कर लेती है। बाद में चालान में ये बात साफ होती है कि विनोद वर्मा के घर से सीडी बरामद नहीं हुई बल्कि पेन ड्राइव और लैपटॉप बरामद हुआ है।
टीएस सिंहदेव ने यह भी कहा कि सिर्फ छग ही नहीं बल्कि देश भर में फासिस्टवादी ताकतों के हाथ में शासन की बागडोर आ गई है। देव ने कहा कि विनोद वर्मा की बेल की अर्जी को यह कहकर खारिज किया जा रहा था कि मामले की जांच की जा रही है। जबकि पुलिस के पास तथ्य ही नहीं थे फिर भी विनोद वर्मा के साथ पुलिस का ये सलूक बेहद दुर्भाग्यजनक है।