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कोरबा में नये एसपी मयंक श्रीवास्तव ने संभाला पदभार, बैठक में चर्चा कर दिए दिशा निर्देश :-

कोरबा 20 जनवरी 2018 (राजा यादव). जिले के नए पुलिस अधीक्षक मयंक श्रीवास्तव ने आज पुलिस अधीक्षक कार्यालय में कार्यभार ग्रहण किया। पदभार ग्रहण करने के उपरांत एस.पी मयंक श्रीवास्तव ने राजपत्रित पुलिस अधिकारियों एवं मीडिया से चर्चा की। खुलासा टीवी एवं सलाम छत्तीसगढ़ अखबार के प्रतिनिधि राजा यादव ने नये एसपी से मुलाकात कर बधाई दी।


एसपी मयंक श्रीवास्तव ने पत्रकारों से अपनी प्राथमिकताओं के बारे में चर्चा करते हुए बताया कि बतौर एसपी कोरबा उनका पांचवां जिला है। पुलिस के मूलभूत सिद्धांत प्रोविसन, इन्वेस्टिगशन एवं डिटेक्शन पर काम किया जाएगा। इस पर काम किया जाए तो और किसी की जरूरत नहीं पड़ेगी। बेसिक पुलिसिंग का स्ट्रक्चर कहीं न कहीं कमजोर हुआ है। जिसे पुन: स्थापित करने का प्रयास किया जाएगा। मूलभूत पुलिसिंग के जरिए अपराध नियंत्रण का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने टै्रफिक व्यवस्था को लेकर कहा कि इस दिशा में बेहतर कार्य योजना तैयार कर काम किया जाएगा। चर्चा के दौरान संसदीय सचिव लखन लाल देवांगन द्वारा कबाड़, डीजल व कोयला चोरी को लेकर मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र के संबंध में उन्होंने कहा कि सभी अपराध, अपराध की श्रेणी में आते हैं। जैसा कि पहले कहा कि मूलभूत पुलिसिंग सिद्धांत के अनुरूप हर अपराध पर कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस का जनता से संवाद जरूरी है। चाहे यह संवाद संगवारी, सोशल मीडिया या मोहल्ला समिति से ही क्यों न जुड़ा हो। आईजी के निर्देश अनुरूप जिले में महिला सुरक्षा को लेकर विशेष काम किया जाएगा।
   
नहीं बदलेंगे पुरानी टीम - 
नवपदस्थ एसपी मयंक श्रीवास्तव से पूछा गया कि क्या पदस्थापना के बाद नई टीम का गठन किया जाएगा। जिस पर उन्होंने कहा कि नई टीम बनाने की कोई योजना नहीं है। जिला पुलिस की पुरानी टीम ने बेहतर काम किया है। बड़े-बड़े अपराधिक मामलों को टीम ने सुलझाया है। आगे भी यह टीम काम करेगी। पुरानी टीम को लेकर कोई शिकायत भी नहीं मिली है। 
 
बिलासपुर में छाए रहे थे एसपी श्रीवास्तव - 
कोरबा से पहले मयंक श्रीवास्तव छग की न्यायधानी बिलासपुर में पदस्थ थे। यहां पर उनके नेतृत्व में बिलासपुर पुलिस ने कई बड़े मामलों में सफलता हासिल कर पूरे साल सुर्खियों में छाई रही। सबसे महत्वपूर्ण सफलता आईएसआईएस की जासूसी करने के मामले को गहन छानबीन एवं नेटवर्क को खोज कर सभी जासूसों को गिरफ्तार कर पूरे नेटवर्क को ध्वस्त करना बहुत बड़ा काम है, जिसे मयंक श्रीवास्तव करने में सफल रहे। साथ ही अन्य कई मामलों में तगड़ी फील्डिंग लगाकर अवैध खनन कच्ची शराब और सट्टेबाजों की धरपकड़ ने एसपी के काम को स्पष्ट कर दिया। हालांकि इससे पहले भी मयंक श्रीवास्तव नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में बतौर एसपी अपनी सेवा दे चुकें हैं और इन इलाकों में भी एसपी की कार्यकुशलता ने शासन प्रशासन को संतुष्ट रखा। तेज तर्रार मयंक श्रीवास्तव के कोरबा में पदस्थापना बहुत मायने रखती है क्योंकिं ये इलाका काला हीरा यानि कोल के साथ ही देश की कई जानी मानी औद्योगिक कंपनियों के संयंत्र होने से प्रसिद्ध है। देखना दिलचस्प होगा कि तेज तर्रार माने जाने वाले एसपी श्रीवास्तव कोरबा में अपनी कार्यशैली की क्या छाप छोड़ने में सफल होंगे। फिलहाल तो यही आशा है कि पूर्व के कार्यकालों जैसा ही रोमांचकारी कार्यकाल कोरबा में भी रहेगा।