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छग सरकार ने उर्दू शिक्षा को दिया बढ़ावा, 55 मदरसों का उन्नयन हाईस्कूल के रूप में करने का निर्देश

बिलासपुर 21 दिसंबर 2017 (रवि अग्रवाल). राज्य में संचालित 319 मदरसों में से 55 मदरसों का उन्नयन हाईस्कूल के रूप में करने की तैयारी की जा रही है। इनमें अगले शिक्षा सत्र से 9वीं कक्षा शुरू करने का प्रस्ताव है। इसके लिए छग राज्य सरकार ने मदरसों के बेहतर संचालन के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। यह जानकारी छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग ने बिलासपुर में आयोजित मदरसा बोर्ड की तीन दिवसीय संभागीय कार्यशाला के समापन सत्र को संबोधित करते वक्त दी।

उर्दू शिक्षा को बढ़ावा देने वाला भारत का दूसरा राज्य छग - 
श्री बेग ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह तथा स्कूल शिक्षा मंत्री केदार कश्यप ने निर्णय लिया है कि आगामी सत्र से मदरसों में कक्षा 9वीं की नियमित कक्षाएं संचालित की जाएगी। बंगाल के बाद यह पूरे देश में दूसरा राज्य है, जहां मदरसों में हाईस्कूल और उसके बाद हायर सेकेण्डरी स्तर की कक्षाओं का नियमित संचालन होगा।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने उर्दू शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मदरसों को सभी जरूरी सुविधाएं देने का आश्वासन दिया है। इसी कड़ी में स्कूल शिक्षा और अल्पसंख्यक विकास मंत्री केदार कश्यप ने विभागीय अधिकारियों को 55 मदरसों का उन्नयन हाईस्कूल के रूप में करने के लिए आवश्यक तैयारी के निर्देश दिए हैं।

श्री बेग ने कहा कि अगले शैक्षणिक सत्र से मदरसों के बच्चों को स्कूल यूनिफार्म, बैठने के लिए फर्नीचर तथा मदरसों के लिए आलमारी भी दी जाएगी। मदरसों में जो मूलभूत आवश्यकता होगी, उसे प्रदान किया जाएगा। उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के स्वच्छता अभियान का उल्लेख करते हुए मदरसों के संचालकगण से आग्रह किया कि मदरसों में तथा आस-पास के क्षेत्रों में शुक्रवार के दिन स्वच्छता अभियान चलाए।

समारोह में उपस्थित हुए - 
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड द्वारा आयोजित संभाग स्तरीय तीन दिवसीय कार्यशाला के समापन समारोह गुरू गोविंद सिंह मंगलम भवन, सिरगिट्टी जिला बिलासपुर में हुआ। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड के सदस्य सर्वश्री सूफी एजाज रिजवी, गुलाम कादर खान, जुल्फेकार कादरी, इम्तियाज अहमद अंसारी, युसुफरजा बरकाती, बिलासपुर संभाग के सभी जिलों के मदरसा संचालकगण, शिक्षक-शिक्षिकाएं, जिला उर्दू इंचार्ज सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थे।