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बिना मान्‍यता वाले विद्यालयों के प्रबंधकों के विरुद्ध दर्ज होगी रिपोर्ट

अल्हागंज 29 मई 2017. एक आंकलन के अनुसार नगर में दो दर्जन फर्जी विद्यालय चल रहे हैं। जिनमें अधिकांश के पास मान्यता ही नहीं है। कुछ के पास प्राईमरी तथा जूनियर स्तर तक की मान्यता है, लेकिन उनमें बारहवीं कक्षा तक की पढाई होती है। बीएसए देवेन्द्र पाण्डे का कहना है कि इस प्रकार के विद्यालयों के विरुद्ध पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराकर कार्यवाही की जायेगी।


प्राप्त जानकारी के अनुसार अल्हागंज में 10, साहबगंज में 4, हुल्लापुर में 2, नगलहलू में 2, रघुनाथपुर में 2, रामनगर में 1, कोयला में 2, चौरासिया में 2 और इस्लागंज में 1 कुल मिला कर करीब दो दर्जन विद्यालय चल रहे हैं। जिनमें भवन के नाम पर औपचारिकताएँ ही पूरी की गई हैं। मानक के अनुरूप कमरे नहीं बने हैं। बिजली, जल, फर्नीचर तथा खेल के मैदान की सुविधा भी नहीं है। कक्षाएं भीषण गर्मी में तप रही टीन शेड के नीचे चल रही हैं। लेकिन प्रचार माध्यमों में कुशल व ट्रेंड शिक्षकों द्वारा शिक्षण कार्य, वाहन की सुविधा, फिल्टर, पेयजल, फर्नीचर, पंखा, लाईट आदि की सुविधाएँ देने का वादा किया जाता है।

छात्र व छात्राओं के अभिभावकों से विद्यालय से ही टाई, बेल्ट, जूते, मोजे एवं पुस्तकें विद्यालय से अथवा अनुबंधित दुकानों से ही खरीदने के लिए बाध्य किया जाता है। प्रवेश शुल्क के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है। इसके अलावा कोचिंग के लिए भी कहा जाता है। अधिकांश विद्यालयों में इण्टर तक की कक्षाएं लगाई जाती हैं, लेकिन उनके रजिस्ट्रेशन दूसरे विद्यालयों में होते हैं। इसके साथ ही हेंड पम्पलेट और पोस्टरों में शिक्षण कार्य इग्लिश मीडिया के माध्यम से देने का दावा भी  किया जाता है। 

एबीएसए  आई पी सिंह ने कहा कि  क्षेत्र में चल रहे फर्जी विद्यालयों के बारे में मुझे पूरी जानकारी नहीं है। मुझे चार्ज लिए अभी दो सप्ताह ही हुऐ हैं और अब विद्यालय भी बंद हो गऐ हैं। उनके खुलने पर कार्यवाही की जाऐगी। 

बीएसए देवेन्द्र पाण्डे ने कहा कि फर्जी विद्यालय चला रहे प्रबंधकों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई जाऐगी। साथ ही पाँचवी तथा आठवीं तक की मान्यता प्राप्त विद्यालयों में इग्लिश मीडियम तथा दसवीं या बारहवीं तक की कक्षाएं चलती हुई पाई गईं तो उन पर भी सख्‍त कार्यवाही की जाऐगी।