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जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में सेना के शिविर पर आतंकी हमला, तीन सैन्यकर्मी शहीद, दो आतंकी ढेर

श्रीनगर 27 अप्रैल 2017. उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में आतंकियों ने एक सैन्य शिविर पर हमला बोल दिया, जिसमें एक कैप्टन समेत तीन सैन्यकर्मी शहीद हो गए और पांच सैनिक घायल हो गए। जैश-ए-मोहम्मद के दो संदिग्ध आतंकी जवाबी कार्रवाई में मारे गए। शिविर में मौजूद सैन्यकर्मी इस इलाके में सड़क खोलने के काम से जुड़े थे।


एक रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि आतंकियों ने आज सुबह चार बजे कुपवाड़ा के चौकीबल स्थित पंजगांव में सैन्य शिविर पर हमला बोल दिया. प्रवक्ता ने कहा कि हमले में एक अधिकारी समेत तीन सैन्यकर्मी शहीद हो गए. सेना ने दो आतंकियों को मार गिराया. शहीद अधिकारी की पहचान कैप्टन आयुष के तौर पर हुई है, लेकिन दो सैनिकों के नाम तत्काल पता नहीं चल पाए हैं. अधिकारियों ने कहा कि हमले में पांच अन्य सैनिक भी घायल हुए हैं. घायल सैनिकों को इलाज के लिए वायु मार्ग से सेना के 92 बेस अस्पताल ले जाया गया।

मातम के बीच पिता ने कहा सरकार से नहीं कोई अपील और न ही कोई उम्मीद -
कुपडावा में गुरूवार को सुबह सुबह हुए फिदायीय हमले में शहीद हुए कैप्टन आयुष यादव कानपुर के रहने वाले थे। जैसे ही उनके घर पर कैप्टन के शहीद होने की सूचना पहुंची वैसे ही घर में कोहराम मच गया। कैप्टन आयुष की मां सरला यादव का रो-रो कर बुरा हाल है। शहीद आयुष के घर सेना के कर्नल दुष्यन्त सिंह भी पहुंचे और आयुष के पिता अरूणकान्त यादव को ढांढस बंधाया। अरूण कांत भी यू0पी0 पुलिस में इंस्पेक्टर हैं, वह इस समय चित्रकूट में तैनात है। पिता को भी बेटे के शहीद होने का ऐसा सदमा लगा है कि उनके मुंह से कुछ भी नहीं निकल रहा। 



उन्होंने बताया कि बुधवार की शाम को फोन पर आयुष से बात हुई थी और उसने हम लोगों को कश्मीर घूमने के लिए बुलाया था। कहा जब मैने कहा कि वहां पर पत्थर चल रहे है तो उसने हंसते हुए कहा कि मैं कुपवाडा कैम्प में हूं, आप लोग क्यो चिंता करते हो। पिता ने बताया कि आयुष की एक बडी बहन है, जिसकी बीती 5 फरवरी को शादी हुई है। बताया कि आयुष पिछली बार फरवरी में शादी के अवसर पर छुटटी लेकर घर आया था। आयुष अपने परिवार का इकलौता बेटा था। बेटे की शहादत की सूचना मिलते ही कोहराम मच गया। डिफेंस कॉलोनी निवासी ही नहीं बल्कि चकेरी क्षेत्र के सैकडों लोग गमजदा परिवार को ढांढस बंधाने पहुंच गए।