Breaking News

सीएसए का दीक्षान्त समारोह सम्पन्न, राज्पाल ने भी की शिरकत

कानपुर 23 मार्च 2017. जो सो जाता है उसका भाग्य भी सो जाता है इसलिए मानव तुम चलते रहो, चलते रहो। जो काम करते हो उसे और अच्छा करने की लिए सोचो, किसी की अवमानना या आलोचना नहीं करो। यह बातें राज्यपाल उ0प्र0 राम नाइक ने आज चन्द्र शेखर आजाद कृषि एवं प्रौधोगिक विश्वविधालय कानपुर के 18 वें दीक्षांत समारोह में दीप प्रज्जवलित करते हुए कहीं।


उन्होेंने कहा कि इस विश्वविधालय की स्थापना 1975 में हुई थी, यह मेरा इस विश्वविधालय का तीसरा दीक्षान्त समारोह है। 42 वर्ष बाद 18वां दीक्षान्त समारोह मनाया जा रहा है, इससे स्पष्ट होता है कि पूर्व में समय पर दीक्षान्त समारोह नहीं किये गये। उत्तर प्रदेश में कुल 29 विश्वविधालय हैं, जिसमें चार नये बने हैं तथा 25 विश्व विधालयों में 23 दीक्षान्त समारोह अब तक हो चुके है। शेष माह अप्रैल तक पूर्ण हो जायेंगे। इससे शिक्षा, प्रवेश, परिणाम एवं नकल विहीन परीक्षा में सुधार होगा। इस प्रकरण में उ0प्र0 की गाडी अब पटरी पर आयी है। 

राज्यपाल वीर विक्रम सिंह, साह आलम तोमर, शेष नाथ पाण्डे, मनीष सैनी, प्रदीप कुमार, सौरभ गोविन्द राय आदि छात्र छात्राओं को स्वर्ण पदक दिये। इसके अतिरिक्‍त मनु त्रिपाठी, सोमेश, रानी देवी, अंजलि मौर्या, कीर्ति गोस्वामी, सोमेश, प्रिया, दुर्गा को रजत एवं सौरभ गोविन्दराव, आदित्य पाण्डेय, संदीप कुमार, अनंद कुमार सिंह आदि‍ को रजत पदकों से सम्मानित किया गया। इस दौरान उन्होंने छात्र एवं छात्राओं को वितरित की गयी उपाधियों का प्रतिशत निकालते हुए कहा कि जैसा विकास हो रहा है उसमें लडकियां भी आगे हैं। इससे महिलाओं के सशक्तीकरण का नमूना वो देख रहे हैं। उन्होेंने यह भी कहा कि उपाधि प्राप्त करने वाले छात्र छात्राओं को अपने माता पिता एवं गुरू को कभी नहीं भूलना चाहिये, उनका सदा आदर करना चाहिये। इस अवसर पर कुलपति डा0 एम सोलेामन तथा डा0 पंजाब सिंह ने भी विस्तार से विश्वविधालय के सम्बन्ध में छात्र-छात्राओं की शिक्षा एंव अन्य नयी तकनीकी योजनाओं के सम्बन्ध में चर्चा की।