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छत्तीसगढ़ - करोड़ों की काली कमाई, एक झटके में गंवाई

छत्तीसगढ़ 16 फरवरी 2017 (जावेद अख्तर). एंटी करप्शन ब्यूरो और आर्थिक अपराध अन्वेषण की टीम ने 16 फरवरी को छग के 9 सरकारी अफसरों के 15 ठिकानों पर ताबड़तोड़ छापा मारा। गुरूवार को तड़के 6 बजे से लेकर देर शाम तक चली कार्रवाई में अफसरों के पास बेहिसाब संपत्ति और दस्तावेज मिले हैं।

आय से अधिक संपत्ति को लेकर 10 डीएसपी, 25 टीआई के नेतृत्व में 150 अधिकारियों-कर्मचारियों की टीम ने 7 जिलों के अलग अलग 15 ठिकानों पर छापा मारा। ठिकानों में पाए गुप्त लॉकरों और दस्तावेजों की छानबीन जारी है। सरकारी अधिकारियों के पास लाखों-करोड़ों की संपत्ति, कीमती लग्जरी गाड़ियां, मिनी बस, ट्रकें और सोने-चांदी के आभूषण बड़ी मात्रा में मिले हैं। छग में तथा अन्य राज्यों में भी जमीनों में बड़े निवेश के कई दस्तावेज हाथ लगे हैं, जिनकी पड़ताल की जा रही है।

सरकारी अफसर या काली कमाई के बादशाह -
एसीबी व एओडब्ल्यू की टीम ने जब दबिश दी तो असलियत सामने आई कि यह 9 सरकारी अधिकारी किसी धनकुबेर से कम नहीं। छत्तीसगढ़ से लेकर महानगरों तक में शेयर एवं जमीनों में बड़ा भारी निवेश किया जाना पाया गया। नववर्ष 2017 में उद्घाटन हो चुका है बड़े भ्रष्टाचारियों की गर्दन दबोचने की। हालांकि ऐसे भ्रष्टाचारी विभागीय अधिकारियों की फेहरिस्त लंबी है, जिसमें कई ऐसे भी नाम हैं जिनकी गर्दन दबोचने की सख्त आवश्यकता है। बहरहाल नोटबंदी के बाद सरकार की यह दोहरी मार है जिसमें नौ अधिकारियों ने अपने कार्यकाल में जितनी भी काली कमाई जमा कर अपने भ्रष्टाचार का साम्राज्य बनाए थे वह एक झटके में भरभरा कर गिर गया है। सारी बादशाहत मिट्टी में मिल गई। 

कहां, क्या क्या मिला - 
1). एम.एल पांडेय, एडिशनल डायरेक्टर समाज कल्याण विभाग, रायपुर :
अग्रोहा कॉलोनी में 4800 वर्ग फीट का बंग्ला, 2 प्लॉट पुत्र के नाम, 1 प्लॉट पत्नी के नाम, कोटा में 1 हज़ार वर्गफीट में दोमंजिला मकान, जिसमें स्कूल संचालित, दुर्ग के पाटन-डभरा क्षेत्र में लगभग 23 एकड़ भूमि के दस्तावेज मिले, दुर्ग के आदर्श नगर में मुख्य सड़क मार्ग पर पत्नी के नाम पर दोमंजिला मकान जिसमें डीपीएस संचालित, इसके अलावा पुणे, मुंबई जैसे बड़े महानगरों में करोड़ों रुपए की संपत्ति में निवेश, 2 लाख 94 हजार नगद, 15 एसबीआई, 6 यूनियन बैंक, 01 सेंट्रल बैंक, 6 आईडीबीआई बैंकों में 1 करोड़ रुपए से अधिक की जमा राशि, बड़ी मात्रा में स्वर्ण आभूषण जिसका आंकलन एसीबी टीम द्वारा किया जा रहा है।

2). रामेश्वर प्रसाद साहू - एसडीओ, वन विभाग कोरिया :
रायपुर सुंदर नगर इलाके में आलीशान बंगला, भिलाई में सूर्या विहार व बैकुंठपुर में दामाद और बेटी के नाम पर संपत्तियां, नगद 5 लाख 11 हजार रुपए, जिसमें से बैंकुंठपुर आवास से 61 हज़ार और भिलाई से 4.5 लाख रुपए मिले, 5 एसबीआई के खाते, सूर्या विहार एवं मॉडल टाउन में 1 करोड़ 20 लाख रुपए कीमत के 2 फ्लैट, 4 लाख की इंश्योरेंस पॉलीसियां, बैंक के बचत खाते में 13 लाख 92 हजार के दस्तावेज़, पुणे में काफी बड़ा निवेश, रायपुर के बंगले में 40 डिब्बे और बैकुंठपुर के सरकारी आवास में 12 डिब्बे ज्वेलरी के खाली मिले। एसीबी रेड के दौरान साहू ने बताया कि इन्कम टैक्स में भी शिकायत हुई है। एसीबी को आशंका है इसी वजह से डिब्बे की ज्वेलरी कहीं छिपा दी गई है।

3). प्रदीप गुप्ता - कार्यपालन अभियंता, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, बिलासपुर :
रायपुर के मैग्नेटो मॉल के पास 60 लाख रुपए कीमत के साई परिसर में दो फ्लैट, हाईकोर्ट बिलासपुर के सामने आशीर्वाद वेली अपार्टमेंट में डुप्लेक्स बंगला नंबर ए-110 कीमत 80 लाख रुपए, 8 लाख की होंडा एमेज, 1.5 लाख की बुलेट, 1 लाख 19 हजार नगद, 15 लाख कीमत का आधा किलो सोना, 1 लाख 5 हजार कीमत की ढाई किलो चांदी, 20 लाख कीमत की 1200 वर्गफीट का प्लॉट, एक प्लॉट बिलासपुर के मंगला में 15 लाख रुपए का और बिलासपुर में ही 25 लाख रुपए की 349 वर्गफीट के दुकान, रायपुर के ग्रीन ग्लोरी अपार्टमेंट में 35 लाख कीमत का 2 बीएचके फ्लैट, 2 बैंक लॉकर मिले हैं।

4). श्रवण सिंह - नोडल अधिकारी कोऑपरेटिव बैंक, जांजगीर :
घर से 46 हजार रुपए नगद और जमीनों के कागजात, बैंक के छोटे अधिकारी हैं, लेकिन इनके पास करोड़ों रुपए की संपत्ति है, जो इन्होंने अपने रिश्तेदारों, पत्नी, बेटा और भतीजों के नाम से खरीदी, 3 दस चक्का ट्रक और 1 हाइवा ट्रक समेत कई लग्जरी गाड़ियां और 2 मकान की जानकारी एसीबी को मिली है जिसकी जांच की जा रहा है।

5). सालिक राम वर्मा - ज्वाइंट डायरेक्टर, कृषि विभाग, रायपुर :
2 लाख 70 हजार नगद, 8 लाख का सोना, 3 फैक्ट्री उरला इंड्रस्ट्रियल क्षेत्र में, नया रायपुर में 6500 वर्गफीट भूमि, बेमेतरा में स्कूल, 1 वैगेनार कार, 1 रिया कार, 1 इको कार तथा 35 सीटर की 2 बसें मिली है। उरला इंड्रस्ट्रियल क्षेत्र में जमीन के दस्तावेज़ मिले हैं।

6). के.एस. चंद्रा - कार्यपालन अभियंता, पीएचई, कोरबा :
बिलासपुर के रामा लाइफ सिटी में 60 लाख का मकान, बेलकोटा में 6 एकड़ 40 डेसीमिल जमीन, जांजगीर-चांपा में 24 जमीनों के कागजात बरामद, जांजगीर के सुगदा में पत्नी के नाम 25 एकड़ जमीन, एक स्वीमिंग पुल वाला आधा एकड़ का फार्म हाउस, 1.5 किलो चांदी समेत 315 बोर की लाइसेंसी पिस्टल और कारतूस बरामद।

7). अविनाश गुंजाल - सहायक संचालक, औद्योगिक स्वास्थ्य एवं सुरक्षा :
1.5 करोड़ रुपए की कीमत के 2 मकान रायपुर के शंकरनगर वीआईपी स्टेट में, 50 हजार वर्गफीट जमीन रायपुर के कमल विहार में, 5 हेक्टेयर जमीन रायपुर के ग्राम पचेड़ा और चटौद में कीमत करोड़ों में, 10 हेक्टेयर कृषि भूमि नागपुर के ग्राउंड धमना में एवं 5 हजार वर्गफीट भूमि के दस्तावेज़, 2 प्लॉट नया रायपुर के आनंदम वर्ड सिटी में कीमत करोड़ों में।

8). सुभाष गंजीर - जिला शिक्षा अधिकारी, दंतेवाड़ा :
8 लाख 71 हजार रुपए नगद, जगदलपुर में 3 मकान वृंदावन कॉलोनी धनपुंजी और धरमपुरा में, कीमत दो करोड़ से अधिक, 40 जमीनों के दस्तावेज बरामद, 50 तोला सोना और अन्य ज्वैलरी जब्त।

9). ए.के. तंबोली - सहायक खाद्य अधिकारी, बिलासपुर :
विजयापुरम में 2 मकान, 1 लाख 38 हजार नगद और बैंक में 2 लॉकर मिले हैं। कवर्धा 12 एकड़ जमीन और मकान के दस्तावेज लॉकर में रखे गए हैं। एसीबी लॉकर की पड़ताल करेगी।