Breaking News

पत्रकार की हत्‍या - AIRA ने फूंका बिहार के CM नितीश कुमार का पुतला

कानपुर 14 नवम्‍बर 2016 (मोहित गुप्‍ता). पत्रकारों के सबसे बडे संगठन All India Reporter’s Association (AIRA) उर्फ आईरा एसोसिएशन की कानपुर शाखा ने आज बिहार में मारे गये पत्रकार के मामले में बिहार के मुख्‍यमंत्री नितीश कुमार का पुतला फूंका और जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर मामले की जांच सीबीआई से कराने और मृतक के परिजनों को 20 लाख रूपया मुआवजा दिये जाने की मांग की ।

आईरा के कानपुर मण्‍डल उपाध्‍यक्ष गोपाल गुप्‍ता, मण्‍डल सचिव महेश प्रताप सिंह और मण्‍डल संयुक्‍त मंत्री धमेन्‍द्र सिंह ने बताया उनका संगठन ट्रस्‍ट एवं सोसायटी दोनों प्रकार से शासन से पंजीकृत है। आईरा भारतीय लोकतन्‍त्र के चौथे स्‍तम्‍भ पत्रकारिता का प्रतिनिधित्‍व करता है। आईरा का उद्धेश्‍य पत्रकारों के उत्‍पीडन के खिलाफ हर सम्‍भव स्‍तर पर आवाज उठाना और जरूरतमन्‍द पत्रकारों की समुचित सहायता की व्‍यवस्‍था करना है। 
जिला महामंत्री मोहम्‍मद नदीम ने कहा कि बिहार के सासाराम इलाके में बीते दिनों दैनिक भास्‍कर के पत्रकार धर्मेन्‍द्र सिंह की गोली मार कर हत्‍या कर दी गयी थी। बिहार में इससे पूर्व भी सीवान जिले में पत्रकार राजदेव रंजन की हत्या की जा चुकी है। हमारी संस्‍था प्रयासरत है कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इस संदर्भ में हमने जिलाधिकारी कानपुर नगर के माध्‍यम से माननीय प्रधानमंत्री को अपनी मांगे प्रेषित की हैं। जिला उपाध्‍यक्ष सौरभ गुप्‍ता और संयुक्‍त मंत्री दिग्‍िवजय सिंह ने अपनी मांगे बताते हुये कहा कि बिहार में कानून व्‍यवस्‍था ध्‍वस्‍त हो चुकी है इसलिये हत्‍या की जांच सीबीआई द्वारा कराई जाये, मृतक पत्रकार के परिजनों को  रू 20,00,000 (रूपया बीस लाख) मुआवजे के रूप में प्रदान किया जाये और मृतक पत्रकार धमेन्‍द्र सिंह के परिजनों में से किसी एक योग्‍य सदस्‍य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाये जिससे उनके परिवार की आर्थिक सुरक्षा सुनिश्चित हो सके और उनके परिजनों को जीवनयापन हेतु किसी के समक्ष हाथ न फैलाना पडे। 
जिला कार्यकारिणी सदस्‍य पप्‍पू यादव, अमित राजपूत और आनन्‍द बाबा ने कहा कि सरकार यथाशीघ्र पत्रकारों की सुरक्षा के लिए कड़े क़ानून बनाने की व्‍यवस्‍था करवाये जिससे इस तरह की घटनाओं पर अंकुश लग सके और लोकतन्‍त्र मजबूत हो सके। ध्‍यान देने योग्‍य है कि मुश्किल माहौल में काम करने वाले हम पत्रकारों को न सिर्फ समुचित संरक्षण की जरूरत है, बल्कि हमारे साथ होने वाले किसी अपराध या हादसे की स्थिति में हमारे परिवार वालों की देखरेख के लिए एक नीति तय की जानी चाहिये जिससे हम निर्भय हो कर काम कर सकें। 
कार्यक्रम में प्रमुख रूप से गोपाल गुप्‍ता, महेश प्रताप सिंह, विकास अवस्‍थी, धर्मेन्‍द्र सिंह, मोहम्‍म्‍द नदीम, सौरभ गुप्‍ता, दिग्विजय सिंह, संजय शर्मा, पप्‍पू यादव, आनन्‍द बाबा, अमित राजपूत, मोहम्‍मद मोमिन, राजेन्‍द्र केसरवानी, विवेक श्रीवास्‍तव, स्‍वप्निल तिवारी, इब्राहीम खान, फैसल हयात, विनोद त्‍यागी, अमन विश्‍नोई, अनुराग सिंह, कुनाल सिंह, आलोक सिंह जादौन, अरूण कश्‍यप, गोविन्‍द महेश्‍वरी, ओम प्रकाश आदि लोग मौजूद थे.