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बाहुबली अंसारी बंधुओं के चाचा के होटल में चलता सेक्स रैकेट पकड़ा गया

गाजीपुर 27 अक्‍टूबर 2016 (पप्‍पू यादव). जिले के बाहुबली अंसारी बंधुओं के गृह क्षेत्र मुहम्मदाबाद-युसुफपुर बाज़ार में बाहुबली अंसारी बंधुओं के चाचा के होटल मिड टाउन में आज पुलिस ने छापा मार कर सेक्स रैकेट का खुलासा किया. चुनाव के नज़दीक इस प्रकार के प्रकरण से अंसारी बंधुओं की छवि पर नकारात्‍मक प्रभाव पड़ने की सम्‍भावना है


प्रशासनिक सूत्रों की माने तो क्षेत्राधिकारी मोहम्मदाबाद को इस होटल के सम्बन्ध में पहले से ही सूचना मिल रही थी. मगर बिना ठोस सबूत के कुछ भी करना उचित नहीं था क्योंकि नाम यहाँ अंसारी बंधुओं का बीच में आना था. आज प्रातः मुखबिर से पक्की सूचना मिलने पर क्षेत्राधिकारी आलोक कुमार ने स्थानीय थानाध्यक्ष, मोहम्दाबाद चौकी प्रभारी प्रकाश त्रिपाठी और सदल बल महिला कांस्टेबल के साथ अंसारी बंधुओं के चाचा के होटल मिड टाउन में छापा मार कर वहां से आपत्तिजनक स्थिति में 3 महिलाओं और किराये पर होटल संचालित कर रहे संचालक सहित कुल 9 लोगों को गिरफ्तार कर यहाँ चल रहे देह व्यापार के धंधे का भंडा फोड़ किया. पुलिस ने सभी को अनैतिक देह व्यापार निवारण अधिनियम के तहत बुक कर दिया है. ज्ञातव्य हो कि अंसारी बंधुओं के परिवार का यह होटल बाहुबली विधायक मुख़्तार अंसारी के चाचा का है और इसको उन्होंने सञ्चालन हेतु किराये पर एक स्थानीय युवक को दे रखा है. 

अंसारी बंधुओं के नाम के कारण कोई इस होटल पर नज़र उठा कर भी नहीं देखता था. सूत्रों की माने तो इसका फायदा किराये पर होटल लिए संचालक ने उठाया और होटल से देह व्यापार करवाने लगा. मौके से ग्राम करीमुद्दीनपुर, ग्राम चितबडा और ग्राम कमालपुर की कुल तीन महिलायें और संचालक सहित 6 पुरुषों को हिरासत में लेने की बात स्थानीय थानेदार ने दूरभाष पर बतायी. पुलिस इसकी तह तक जाने के लिए हिरासत में लिए गए लोगों से समाचार लिखे जाने तक पूछ-ताछ कर रही है.

होटल मिड टाउन पर छापे की सूचना जंगल में आग की तरह पूरे पूर्वाचल में फ़ैल गई, इस सूचना पर जहा अंसारी बंधुओं के विरोधी मुंह दबा कर मुस्कुराते दिखाई दिए, वहीं उनके समर्थकों ने इसको राजनैतिक प्रेरित एक षड़यंत्र की संज्ञा दी. वही क्षेत्र में फाटक के नाम से मशहूर अंसारी बंधुओं के आवास पर उन लोगों का ताँता भी लगा रहा जिनके परिचित इस कार्यवाही में पकडे गए थे. स्थानीय सूत्रों की माने तो काफी लोग पूर्व सांसद अफजाल अंसारी से पैरवी करवाने के लिए मिलने का प्रयास करने आये परन्तु पुर्व सांसद ने इस प्रकरण में हस्तक्षेप करने से साफ़ मना कर दिया.

जो भी हो चुनाव के नज़दीक इस प्रकार के प्रकरण से अंसारी बंधुओं की छवि पर प्रभाव पड़ सकता है. एक तरफ जहां सपा में विलय के बाद से शुरू हुये सपा के पारिवारिक रार में अक्सर ही अंसारी बंधुओं के विरोधी अपनी रोटी सेंकते दिखाई दे रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ जिस जिला पंचायत अध्यक्ष विशाल सिंह चंचल को जितवाने में अंसारी बंधुओं ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी और विजय प्राप्त कर पूर्वांचल में विधानसभा चुनाव में पहले से ही बढ़त ले ली थी उसी पंचायत अध्यक्ष द्वारा भाजपा का दामन थाम लेना अंसारी बंधुओ को एक झटका था। एैसे में अब यह प्रकरण होना विरोधियों के स्वर को और बुलंद कर सकता है.