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ब्रिटेन की PM बोलीं - हां, जरूरत पड़ी तो मैं परमाणु हमला कर लाखों को मार सकती हूं

नई दिल्ली 19 जुलाई 2016 (IMNB). ब्रिटेन की प्रधानमंत्री थेरेसा मे ने एक चौंकाने वाला बयान दिया है. उन्होंने साफ शब्दों में बिना किसी हिचक के घोषणा की है कि अगर जरूरत पड़ी तो वह लाखों लोगों को मारने के लिए परमाणु हमले के आदेश दे सकती हैं. प्रधानमंत्री ने ब्रिटिश संसद में ट्राइडन्ट न्यूक्लियर वेपन्स प्रोग्राम के नवीकरण पर बहस के दौरान यह दो टूक जवाब दिया.

दरअसल, सदन में बहस के दौरान स्कॉटिश नेशनल पार्टी के सांसद जॉर्ज क्रिवेन ने प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए पूछा कि क्या आप परमाणु हमले के लिए तैयार हैं, जिसमें लाखों पुरुष, महिलाएं और बच्चे मारे जा सकते हैं? ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने एक शब्द में जवाब दिया 'हां'. पीएम थेरेसा ने सांसदों से यह भी कहा कि अगर ब्रिटेन अपने परमाणु हथियारों को नष्ट कर देता है तो यह गैरजिम्मेदार कार्रवाई होगी.

दुश्मनों से बचाव के लिए है मिसाइल सिस्टम
थेरेसा मे ने कहा कि यूके का ट्राइडन्ट मिसाइल सिस्टम देश के दुश्मनों से बचाव के लिए है. उन्होंने आलोचकों को घेरते हुए कहा कि इससे पहले के प्रधानमंत्री इस तरह के काल्पनिक सवालों का जवाब देने से बचते थे. शीत युद्ध के आखिरी वर्षों के विदेश सचिव सर जेफ्री हाऊ ने कहा था कि यह ऐसा सवाल है जिसका जवाब किसी भी प्रधानमंत्री को कभी भी सीधा नहीं देना चाहिए.

कैमरन ने लिया था वोटिंग का फैसला
संसद में विपक्ष के नेता जर्मी कोर्बिन ने कहा, 'मैं लाखों बेगुनाहों की जान लेने पर कोई फैसला नहीं लेने जा रहा. मैं नहीं मानता कि इंटरनेशनल रिलेशन में व्यापक जनसंहार की कोई प्रासंगिकता है.' परमाणु हथि‍यार के नवीनीकरण को लेकर सोमवार को वोटिंग का फैसला डेविड कैमरन ने किया था. कैमरन संसद में तीसरी लाइन में बैठे थे. उन्होंने कहा कि उनकी उत्तराधिकारी ने हाउस ऑफ कॉमन्स में जो कहा है कि उसमें वैसा कुछ भी नहीं है.

थैचर ने अमेरिका से खरीदे थे सबमरीन
गौरतलब है कि संसद से चार ट्राइडन्ट सबमरीन्स पर 30 बिलियन पाउंड खर्च कर नवीनीकरण के लिए कहा गया है. ये सबमरीन न्यूक्लियर मिसाइलों से लैस होंगी, जो दिन और रात में हर घंटे समुद्र में पेट्रोलिंग पर होंगी. ट्राइडन्ट को अमेरिका से तत्कालीन ब्रिटेन की पीएम मारगेट थैचर ने खरीदा था. 1989 से लेबर पार्टी की आधिकारिक नीति रही है कि ट्राइडन्ट का समर्थन किया जाए, जबकि जर्मी कोर्बिन हमेशा से इसका विरोध करते रहे हैं.