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रोज़गार देने के मामले में पूरे छत्तीसगढ़ में अव्वल रहा कोरिया

छत्तीसगढ़/कोरिया। 04 जुलाई 2016 (अरमान हथगेन). सूखे की विकट स्थिति को रोजगारमूलक कार्यो से पछाड़ते हुए कोरिया ने पूरे प्रदेश में रिकार्ड बनाया है। पूरे जिले में प्रत्येक पंजीकृत श्रमिक को लक्ष्य से दोगुना ज्यादा रोजगार देकर जिले से एक भी पलायन नही होने दिया गया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत जिले में कार्यरत अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुश्री संतन जांगडे़ व पूरी टीम को बधाई दी।

जिला कार्यक्रम समन्वयक व कलेक्टर कोरिया एस प्रकाश ने कहा कि यह सभी के लगातार प्रयास से संभव हो सका है। उन्होंने इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि कोरिया जिले में अवर्षा की स्थिति से ग्रामीण जनजीवन प्रभावित हुआ था पर महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत रोजगार मूलक कार्यो को उनके निवास स्थान के समीप ही पर्याप्त रोजगार उपलब्ध कराया गया। जिले को इस वित्तीय वर्ष में 30 जून तक 926355 दिवस का रोजगार दिए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था परंतु जिले ने इस लक्ष्य को मीलों पीछे छोड़ते हुए 2052469 कार्यदिवस का रोजगार पंजीकृत श्रमिकों को देकर पूरे प्रदेश में अव्वल स्थान बनाया है। इसका सीधा लाभ यह रहा कि विकट स्थिति में भी जिले से रोजगार को लेकर एक भी परिवार का अन्य जगह पलायन नहीं हुआ।

कलेक्टर कोरिया एस प्रकाश ने यह भी बताया कि कोरिया जिले में बैकुण्ठपुर सहित जिले की पांचों जनपद पंचायतों के 286 ग्राम पंचायतों में 97 हजार 9 सौ 67 परिवार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत अकुशल श्रम के लिए पंजीकृत हैं। इनमें से अब तक 77 हजार सात सौ तीस परिवारों ने अपने लिए रोजगार की मांग की है। सभी को रोजगार के साधन उपलब्ध कराते हुए जिले में दो लाख बावन हजार से ज्यादा रोजगार कार्य दिवस उपलब्ध कराए गए हैं। यह लक्षित मानव दिवस से 221 प्रतिशत ज्यादा है। यह अपने आप में पूरे प्रदेश के बीच सर्वोत्तम कार्य है। इस संख्या में 1184221 दिवस यानि कुल मानव दिवस में आधा से ज्यादा मानव दिवस का श्रम अनुसूचित जनजाति के लोगों को उपलब्ध कराया गया है। जबकि महिलाओं ने एक अप्रैल से 30 जून तक कुल 921784 मानव दिवस का रोजगार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत करके अपने आजीविका को मजबूत आधार प्रदान किया। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत 764 दिव्यांगों को भी रोजगार देने का कार्य एक अप्रैल से 30 जून के बीच किया गया है। एस प्रकाश ने आगे बताया कि जिले में इस दौरान जल संरक्षण और जल स्रोतों के संवर्धन के लिए ही महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत विषेश प्रयास किए गए।

कुल रोजगार दिवस सृजन के मामले में प्रदेश में लक्ष्य के विरूद् दिए गए रोजगार दिवस में अव्वल रहते हुए कोरिया जिले ने लगातार अकुशल श्रममूलक कार्य की मांग करने वाले सभी परिवारों को सौ दिवस का रोजगार भी उपलब्ध कराया है। जिले के सबसे ज्यादा सूखा प्रभावित जनपद खड़गंवा में महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत 1038 पंजीकृत परिवारों ने 30 जून तक सौ दिवस का रोजगार प्राप्त कर लिया है। साथ ही बैकुण्ठपुर जनपद के अंतर्गत 415, भरतपुर के 150, मनेन्द्रगढ़ के 389, तथा सोनहत के 131 परिवारों ने सौ से ज्यादा दिवस का रोजगार प्राप्त कर लिया है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राहियों को भी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना के तहत रोजगार उपलब्ध कराया जाना है। इस दिशा में बेहतर कार्य करते हुए कोरिया जिले में अब तक 291 पंजीकृत परिवारों को रोजगार मूलक कार्यों से जोड़कर उनके पक्के आवास उपलब्ध कराने का कार्य किया गया है।

*यह वर्ष कोरिया के विशेष रहा है क्योंकि सूखे में मनरेगा के सफल क्रियान्वयन से पलायन नहीं हुआ। कलेक्टर ने पूरी टीम को बधाई दी। - एस.प्रकाश, कलेक्टर (कोरिया)