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सनसाइन ने निवेशकों की हालत कर दी बेकार, चिटफंड कंपनी करोड़ों लेकर हो गई फरार

छत्तीसगढ़ 21 मार्च 2016. बिलासपुर में धोखाधड़ी करने का एक और मामला सामने आया है। सनसाईन इंफ्राबिल्ट कारपोरेशन लिमिटेड हजारों लोगों का रूपया लेकर फरार हो गया है। सुपर मार्केट में तीन साल से संचालित कम्पनी ने हजारों एजेन्टों द्वारा तकरीबन 5-6 करोड रूपये का कलेक्शन किए जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। एजेंटों का कहना है कि कंपनी सारा पैसा लेकर फरार हो चुकी है। पीड़ित जब रायपुर स्थित कंपनी कार्यालय पहुंचें अपनी जमापूंजी लेने के लिए, कम्पनी का कोई भी कर्मचारी नजर नहीं आया।
आखिर में कम्पनी के भागने की शिकायत लेकर पहुचें 20 लोगों ने सिविल लाइन थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार सुपर मार्केट अग्रसेन चौक स्थित सनसाईन इंफ्राबिल्ट कारपोरेशन लिमिटेड ने अनेकों आकर्षक योजनाओ के तहत छः माह से एक वर्ष में रकम को दुगुना और दो वर्ष में रकम को तिगुना करने का झांसा देकर लोगों को 5 करोड से अधिक रुपये का चूना लगकर फरारी हो गई। कम्पनी के पदाधिकारी भी अपना बोरिया बिस्तर समेटकर चंपत हो गये हैं।

पीड़ितों के अनुसार बिलासपुर में कंपनी का संचालन मनोज करता था। कंपनी का वह मेनेजर था उसके पास ही हम लोग पैसा जमा करते थे। लेकिन पिछले दो साल से वह फरार है। सिविल लाइन पुलिस को मिली शिकायत के अनुसार मनोज यादव ने खुद और अन्य लोगो से कुल 6 लाख रुपये चिंडफंड कम्पनी के खाते में जमा करवाया है। गंगाराम धीवर ने 14 लाख, राजकुमार कुम्भकार 6 लाख, शिव प्रसाद यादव ने 50 हजार, योगेश तिवारी 55 हजार, कुमार कौशिक 76 हजार, शुशीला मानिकपुरी 7 लाख 50 हजार, और पथरिया निवासी एक व्यक्ति ने 30 लोगों से 4 लाख रूपये जमा करवाया है। शिकायत करने पहुंचे राम अवतार यादव ने बताया कि उसने 5 लाख, जसराम ने 6 लाख रूपये कम्पनी में जमा करवाये है। 

ठगी के शिकार एजेन्टों ने बताया की सनसाईन इंफ्राबिल्ट कारपोरेशन लिमिटेड कम्पनी के संचालक दिल्ली और ग्वालियर में रहते है। संचालकों का नाम वकील सिंह बघेल और बनवारी बघेल है। दोनों रायपुर और अन्य जगहों पर आयोजित सेमीनार में आये थे। उन्होनें इस दौरान एंजेन्ट बनने पर अच्छी कमीशन देने की बात कही थी। पीड़ितों ने बताया कि स्कीम में रूपये लगाने से रकम दो गुना दिये जाने की बात संचालकों ने की थी। बेरोजगारी की मार झेल रहे पीड़ित अब अपने आपको ठगा महसूस कर रहे हैं। उन्होने बताया कि अपने गांव और रिश्तेदारों से भी रूपये लगवाने का दबाव उन लोगों ने ही बनाया था। लेकिन अब कम्पनी सबको धोखा देकर फरार हो गयी है। मामले में सिविल लाइन पुलिस अपराध दर्ज कर जांच के बाद कार्रवाई करने की बात कह रही है। वहीं एजेंटों का कहना है कि अब लोग अपने पैसे मांगने आतें हैं तो काफी अधिक शर्मिंदगी झेलनी पड़ती है।