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आल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (AIRA) की छग प्रदेश कार्यकारणी गठित

रायपुर 5 दिसंबर 2015 (छत्‍तीसगढ ब्‍यूरो). रायपुर में आज आल इण्डिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (AIRA) की प्रदेश स्तरीय कार्यकारणी टीम के गठन के लिए बैठक रखी गई। बैठक का आयोजन राजधानी रायपुर के वीआईपी इलाके सिविल लाइंस में स्थित लोक निर्माण विभाग के रेस्ट हाउस में किया गया। कार्यकारणी गठन के पश्चात छग प्रदेश अध्यक्ष श्री जावेद अख्‍तर ने कहा कि पत्रकारों पर हमलों की घटनाओं में निरन्‍तर इजाफा हो रहा है, इससे निपटने के लिये पत्रकारों को एकता के एक सूत्र में पिरोना होगा इसी बात को ध्यान में रखते हुए ही आल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) का गठन किया गया है।

मुख्यमंत्री निवास के निकट स्थित रेस्ट हाउस के छठवें तल के कक्ष क्रमांक 605 में हुयी इस बैठक में प्रदेश के अधिकांश जिलों से पत्रकार प्रतिनिधि व समाजिक कार्यकर्ताओं व वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। आईरा की राष्‍ट्रीय कोर कमेटी द्वारा प्रदेश स्तरीय कार्यकारणी का गठन किया गया। आईरा के छग प्रदेश कार्यकारणी में प्रदेश अध्यक्ष श्री जावेद अख्तर(सलाम छत्तीसगढ़ व खुलासा वेबन्यूज़ चैनल - रायपुर) को बनाना तय किया गया तथा अन्य प्रदेश स्तरीय कार्यकारणी भी गठित की गयी जो इस प्रकार है -

-प्रदेश उपाध्यक्ष श्री नरेंद्र पाण्डेय(दैनिक दैनान्दिनी - रायपुर)
-प्रदेश महासचिव श्री मनु शुक्ला(मुंगेली टाइम्स - मुंगेली)
-प्रदेश सचिव श्री रवि कुमार अग्रवाल(सलाम छत्तीसगढ़ - रायगढ़) व श्री जयंत रंगारी (एनडीटीवी - बस्तर)
-प्रदेश संयुक्त सचिव श्री सुजीत कुमार घिदौड़े(न्यूज़ फ्लैश - नया रायपुर)
-प्रदेश संगठन मंत्री श्री विजय भट्टाचार्य(सामाजिक कार्यकर्ता - रायपुर) व श्री रणवीर मेश्राम(सलाम छत्तीसगढ़ - सरायपाली)
-प्रदेश कोषाध्यक्ष श्री संदीप श्रीवास्तव (सलाम छत्तीसगढ़ - कोरबा) व श्री अश्वनी कुमार मिश्रा (सलाम छत्तीसगढ़ - रायपुर)
-प्रदेश प्रवक्ता श्री मुकेश तिवारी(बिलासपुर) व श्री मिथिलेश सिंह ठाकुर(भिलाई)
-संगठन उपसचिव श्री जियाऊल हुसैनी(वरिष्ठ पत्रकार, सलाम छत्तीसगढ़ - धमतरी) व जगजीत सिंह (बैकुण्ठपुर)
-प्रमुख सलाहकार श्री एस.एन.ज़ैदी पूर्व फोरेंसिक एक्सपर्ट व प्रोफेसर (रायपुर)
-विशेष सलाहकार श्री हुमैर नौशाद (रायपुर)
-विधिक सलाहकार श्री ए.के. त्रिवेदी, हाईकोर्ट बिलासपुर, बिलासपुर तो वहीं आईरा के लिए
-प्रदेश मीडिया प्रभारी पद पर श्री रवि कुमार माथुर(वरिष्ठ इलेक्ट्रानिक मीडियाकर्मी व पूर्व दैनिक भास्कर एचआर हेड - रायपुर)

आईरा के लिए प्रदेश में पांच जिलाध्यक्षों की भी नियुक्ति की गयी-

जिलाध्यक्ष बलौदाबाजार - श्री चन्द्रशेखर श्रीवास्तव(सलाम छत्तीसगढ़)
जिलाध्यक्ष भाटापारा - अजीत वाजपेय(वरिष्‍ठपत्रकार)
जिलाध्यक्ष कवर्धा - श्री रवि ग्वाल (साधना प्राइम न्यूज़)
जिलाध्यक्ष कोरिया - श्री अजय कुमार वर्मा (नवभारत)
जिलाध्यक्ष जांजगीर-चांपा - श्री ध्रुव कुमार संतरगे (प्रिंट मीडिया व आरटीआई कार्यकर्ता)
 
छत्तीसगढ़ में कार्यरत कई सामाजिक कार्यकर्ता, मीडिया कर्मियों व प्रशासनिक अधिकारियों ने भी आईरा की सदस्यता (35 लोगों ने एक साथ) ग्रहण की। सदस्यों में जितेन्द्र विजय घृतलहरे (कवर्धा), डॉ लिलेश्वर सिन्हा (बालोद), प्रशांत कुमार तिवारी (अंबिकापुर), अमृत साहू (जांजगीर-चांपा), दीपक परिहार (बसना), दिलीप वर्मा (सांकरा), गोपी निषाद (सिलतरा), पूनम निषाद (धनेली), डिक्शन व ओवैस कुरैशी (कोरबा), क्लियोफस सैमुअल्स (बिलासपुर), राजपाल सिंह (दुर्ग), अशरफ अंसारी (भिलाई), मयंक श्रीवास्तव (नारायणपुर), तथा डॉ कमलेश्वर सिंह(बोरियाखुर्द), रजनीश सिंह ठाकुर(मोती नगर), शशि गुप्ता(सिद्धार्थ चौक), मनीष जसूजा(कटोरा तालाब), शेख समीर(बैजनाथ पारा), धीरज पाण्डेय(लिली चौक), कृष्णा वर्मा(लाखे नगर), जाकिर खान(मोती नगर), रजनीकांत पाण्डेय(लाखे नगर), अनीस तिवारी(सुंदर नगर), अजय जैन(तेलीबांधा), आसिम अंसारी(डंगनिया), राजेश लाल(पचपेड़ी नाका), राहुल पाण्डेय(कृष्णा नगर), मोहसिन खान(यश विहार), शिव शंकर तिवारी(संतोषी नगर), विनोद वर्मा(पचपेड़ी नाका), जगत राम साहू(मोती नगर), विमल कुमार गुप्ता(टिकरा पारा), सैय्यद अकरम(कोटा) और मयंक श्रीवास्तव(रायपुरा) (सभी रायपुर से) आदि संगठन में शामिल हुए।

कार्यकारणी गठन के पश्चात छग प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पत्रकारों पर हमलों की घटनाओं में निरन्‍तर इजाफा हो रहा है, इससे निपटने के लिये पत्रकारों को एकता के एक सूत्र में पिरोना होगा इसी सब बातों को ध्यान में रखते हुए ही आल इंडिया रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) का गठन किया गया ताकि इन घटनाओं का विरोध बड़े व्यापक स्तर पर किया जा सके। जब तक इस प्रकार की घटनाओं का खुलकर विरोध नहीं किया जाएगा तथा विरोध का स्वर देश की राजधानी दिल्ली समेत देश के हरेक कोनों में नहीं गूंजेगी तब तक पत्रकारों की स्थिति सुधरने वाली नहीं। अब पत्रकारों को एक हो जाने का समय आ गया है। हम सभी को बड़े छोटे अखबार व चैनलों व पदों, संगठनों व अपने मतभेदों को भुलाकर एक हो जाना चाहिए अन्यथा पत्रकारों की और अधिक दुर्गति होती जाएगी। चूंकि संगठन से ही शक्ति और एकता में ही बल है। इसलिए एक होने में ही समझदारी है। आईरा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुरादाबाद के पत्रकार श्री फरीद कादरी के मुताबिक, आईरा एक ट्रस्‍ट है और इसका गठन इसी वर्ष फरवरी माह में हुआ था, बहुत ही अल्‍प समय में आईरा से पूरे भारत के पत्रकार जुड़े और आज आईरा देश में पत्रकारों के सबसे बडे संगठन के रूप में उभर रहा है। आज आईरा 22 राज्‍यों में फैल चुका है और निरन्‍तर विस्‍तार कर रहा है। इस क्रम में छत्तीसगढ़ प्रदेश भी शामिल हो चुका है।
 
आईरा के राष्‍ट्रीय उपाध्‍यक्ष व दैनिक खुलासा के सम्‍पादक श्री पुनीत निगम (एडवोकेट) ने बताया कि प्रिन्ट व इलेक्ट्रानिक मीडिया के होते हुए भी वेब मीडिया की ज़रूरत के बारे में बताया। उन्‍होंने कहा कि आईरा के सभी सदस्‍यों के लिये नि:शुल्‍क विधिक सहायता उपलब्‍ध करायी जा रही है और पत्रकारों पर हमले की किसी भी घटना का आईरा मुंह तोड़ जवाब देने के लिये तैयार है। संगठन मंत्री श्री योगेन्‍द्र अग्निहोत्री (एडवोकेट) ने कहा कि ज्‍यादातर पत्रकार आज बेहाल परेशान हैं, उसके लिए खुद पत्रकार जिम्मेदार है। यदि हम लोग आपस में संगठित हो जायें तो उसके ठीक 6 माह बाद देखिये हम आप क्या कर सकते हैं। सभी संगठन से जुड़ने वाले सदस्यों को हम वचन देते हैं कि हर किसी का सम्मान होगा, सम्मान के साथ खिलवाड़ किसी कीमत पर बर्दाश्‍त नहीं किया जायेगा। आप लोग संगठन को मजबूत करने में अपना योगदान दीजिये, हम सभी मिलकर आपके सम्मान की रक्षा करेंगे। छग प्रदेश कार्यकारणी गठन के बाद आपसी मंत्रणा में यह बात रखी गई है कि प्रत्येक माह किसी भी एक तय दिनांक पर प्रदेश स्तरीय कार्यकारणी की बैठक रायपुर के अलावा प्रदेश के अलग अलग जिलों में जिला स्तर के सभी पदाधिकारियों व सदस्यों को साथ लेकर रखी जाएगी, ताकि हम तेजी से प्रदेश में विस्तार कर सकें तथा अधिकाधिक कस्बों व गांवों तक पहुंच बना सकें। पत्रकार साथियों के सम्मान की रक्षा करने के लिए जमीनी स्तर पर उतरने की जरूरत है, अन्याय, जुल्म व अत्याचार के खिलाफ विरोध व धरना प्रदर्शन और जरूरत पड़े तो आंदोलन तक करने के लिए आईरा के सभी पदाधिकारी वचनबद्ध है। सोशल मीडिया की शक्ति को हम कम नहीं आंकते हैं मगर पहले जमीनी स्तर पर उतरना होगा। उसके बाद ही विरोध या धरना प्रदर्शन के व्यापक प्रचार प्रसार व सहयोग के लिए सोशल मीडिया का उपयोग लाभकारी साबित हो सकता है। सोशल मीडिया द्वारा विरोध या धरना प्रदर्शन को छत्तीसगढ़ प्रदेश सहित देश के तमाम हिस्सों समेत दिल्ली तक पहुंचाया जा सकता है परंतु विरोध या धरना प्रदर्शन का पहले आगाज़ तो जमीनी स्तर पर करना ही पड़ेगा। सोशल मीडिया एक जबर्दस्त माध्यम है इसलिए अन्याय के खिलाफ विरोध दर्शाने व धरना प्रदर्शन या भ्रष्टाचार के विरुद्ध आंदोलन या हड़ताल को पूरे भारत में फैलाने के लिए सोशल मीडिया बहुत उपयोगी अस्त्र शस्त्र है। बीते कुछ वर्षों में यह देखने में भी आया है कि कई बड़े मामलों में न्याय दिलाने में सोशल मीडिया ने काफी अहम भूमिका अदा की है।

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