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दीपावली के बाद अब ईद भी कश्मीर में मनाएंगे PM मोदी

नई दिल्ली 08 जुलाई 2015. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दीपावली के बाद अब ईद भी बाढ़ पीड़ितों के साथ मनाने के लिए कश्मीर आ रहे हैं। पीएम मोदी 17 जुलाई को श्रीनगर में इफ्तार पार्टी आयोजित कर सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि वह पूर्व सांसद एवं मंत्री गिरधारी लाल डोगरा की 100वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जम्मू का दौरा करेंगे और उसी दिन श्रीनगर भी जाएंगे।
हालांकि प्रधानमंत्री कार्यालय ने उनके दौरे की अंतिम पुष्टि तो नहीं की है, लेकिन पीएमओ के मुख्यमंत्री कार्यालय को भेजी गई सूचना के मुताबिक 17 जुलाई की तिथि से ऐसी खबरें निकल कर आ रही हैं। प्रधानमंत्री की इस यात्रा को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है; चूंकि मुफ्ती मोहम्मद सईद की सरकार बनने के बाद यह पहला मौका है, जब प्रधानमंत्री जम्मू जाएंगे। ईद उल फितर से पहले 17 जुलाई आखिरी शुक्रवार होगा। चांद दिखने के आधार पर ईद उल फितर 18 जुलाई या 19 जुलाई को मनाया जाएगा। गौर करने वाली बात यह भी कि पिछले वर्ष पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर में आयी भीषण बाढ़ से हुए विनाश के दौरान दीपावली वाले दिन श्रीनगर में थे। प्रधानमंत्री बनने के बाद मोदी सातवीं बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर आ रहे हैं। पिछले साल मोदी ने दिवाली पर पीड़ितों के आग्रह पर राहत राशि को सीधे उनके बैंक खातों में भेजने का ऐलान किया था। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी-पीडीपी गठबंधन सरकार के सत्ता पर काबिज होने के बाद पहली बार कश्मीर आ रहे प्रधानमंत्री लोगों की उम्मीदों के अनुरूप और बीते माह जारी किए पैकेज से ज्यादा का ऐलान करेंगे। इस के साथ एक फूड पैकेज भी घोषित किया जाएगा। केटीएमएफ प्रमुख मुहम्मद यासीन खान ने कहा कि पीएम ने हमारे साथी किए गए किसी भी वादे को पूरा नहीं किया है। राहत पैकेज जो जारी हुआ है, वह मजाक ही था। राहत कार्यों के नाम पर सेना ने भी हमारे राज्य से 500 करोड़ वसूल लिए। अगर वह कश्मीरियों के लिए ईद को खुशहाल बनाना चाहते हैं तो ईदी के नाम पर मजाक करने के बजाय एक व्यावहारिक राहत पैकेज प्रदान करें। प्रधानमंत्री के प्रस्तावित दौरे का कश्मीर में विरोध भी शुरू हो गया है। ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के कट्टरपंथी गुट के चेयरमैन सैयद अली शाह गिलानी और जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के प्रमुख मुहम्मद यासीन मलिक ने कहा कि वह यहां सिर्फ संघ के एजेंडे को आगे बढ़ाने और कश्मीरियों के जख्मों पर नमक छिड़कने आ रहे हैं। 

(IMNB)