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कानपुर - बर्रा थाने की पुलिस ने सुनारों को धमका कर लाखों वसूले

कानपुर 30 मई 2015. (अनिल कुमार वर्मा) कानपुर पुलिस द्वारा आम जनता का उत्पीड़न और उगाही कैसे की जाती है उसका जीता जागता उदाहरण है बर्रा थाने का ये केस जिसमें पुलिस ने सुनारों को धमका कर लाखों वसूल लिये | मामला बीती 30 अप्रैल का है जहाँ बर्रा पुलिस के हाथ एक स्मैकिये के रूप में जैकपॉट लग गया और बर्रा चौकी इंचार्ज अखिलेश मिश्रा ने उसे चोर घोषित कर ताबड़तोड़ शाम 5 बजे इलाके के चार प्रतिष्ठित सुनारों को उठा लिया, जिसमें रूबी ज्वैलर्स, कंचन ज्वैलर्स, वर्षा ज्वैलर्स, और महालक्ष्मी ज्वैलर्स के मालिक थे उन सभी को पुलिस ने थाने लाकर जमीन पर बैठा दिया और भद्दी गलियों के साथ कहा की चोरी का माल खरीदते हो सभी को जेल भेजते हैं।
रूबी ज्वैलर्स के मालिक शम्भू दयाल के अनुसार करीब 1 घंटे के भीतर दक्षिण सर्राफा कमेटी के के0डी0 वर्मा, अजीत गुप्ता, जमुना प्रसाद थाने पहुंचे और बंद कमरे में थानाध्यक्ष रामबाबू पटेल से कुछ बात की और बाहर आकर सभी से रुपये और जेवरों के बदले छुड़वाने की बात कही शम्भू दयाल ने कहा कि वो तो उस चोर को जानता भी नहीं और न ही कभी उसे देखा, न ही वो चोरी का कोई माल खरीदते हैं तो फिर पैसे और जेवर क्यों दूँ लेकिन बाकि तीनों ज्वैलर्स द्वारा करीब 2 लाख के जेवर और 5 लाख रुपये देने के बाद उन्हें रात 1 बजे छोड़ दिया गया लेकिन शम्भू दयाल पैसा न देने पे अड़े रहे। रात को सर्राफा कमेटी के लोगों ने शम्भू के लड़के को अलग बुलाकर शम्भू को छुड़वाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये, 18 ग्राम सोने की चैन, 5 ग्राम सोने की अंगूठी, 250 ग्राम पायल वसूल लिए और रात करीब 2 बजे शम्भू को थाने से छोड़ दिया गया जबकि उस स्मैकिये का कुछ घरेलू सामान की चोरी लगाकर चालान कर दिया गया | पुलिस और दलाल पदाधिकारियों की उक्त टप्पेबाज़ी से परेशान होकर शम्भू दयाल ने एसएसपी महोदय कानपुर से शिकायत की लेकिन कुछ न हुआ उसके बाद उसने आईजी महोदय के एक न० भरोसे का पर कम्प्लेन की।
ये रही वार्तालाप की प्रति -

शम्भू दयाल  - कानपुर के बर्रा थानेदार एवं चॊकि इंचार्ज अखिलेश मिश्र ने बर्रा के चार सुनारो को मानसिक दबाव में ले कर लगभग पाच लाख की वसूली की आप जाच कर करवाई करवाए । इस पुरी टप्पेबाजी में अजीत गुप्ता गोविन्द नगर शामिल है जो सी ओ की जानकरी में है।

एक न० भरोसे का - You can also call 0512-23105120512-2310512 to register your complain. Thanks for giving opportunity to provide better Police service. Stay connected with EK Number Bharose Ka. Please also visit our website "www.1number.co.in", Facebook "1 number" and Twitter "1 numberbharosa". 

शम्भू दयाल - आप कि इस व्यवस्था में कुछ कमी है क्यों की शिकायत न 452312 में कुछ भी नहीं हुआ । फिर आज दोबारा दर्ज की गयी उसका न 124089 है । आप के आफिस से फिर दोषी थाने को जाच की बात कही जा रही है । पुलिस के विरुद्ध शिकायत पर कोई अमल नहीं हो रहा है । अत: अब आप ही बताये की हम क्या करे आइ जी साहब । क्यों की आप का भरोसा जनता पर अभी भी है ।

एक न० भरोसे का - noted Thk 

शम्भू दयाल - सर क्या हो रहा है पता नहीं चल रहा । अभी तक कोई भी करवाई नहीं हुई जो मॆने शिकायत दर्ज करवाई थी । 452312 की जानकारी मुझे करवाने की कृपा करे । 

एक न० भरोसे का - jab thane se karvahi ho jayegi apke mob me msg aa jayega. aap is matter ki adhik jankari ke liye SSP kanpur nagar se sampark karen uchit karyvahi karayi jayegi. 

शम्भू दयाल - सर जी जब थाने के खिलाफ शिकायत है तो वो क्या करवाई करेगे ।

इसके बाद से कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। जाहिर है कि पुलिस और सर्राफा कमेटी की मिली भगत से मामले को दबाया जा रहा है। शम्भू दयाल ने बताया कि उसने बाकायदा कानपुर प्रेस क्लब में एक सामाजिक संस्था युवा शक्ति देश बचाई मोर्चा के माध्यम से 1000 रुपये की फीस के साथ करीब 1500 रुपये का नाश्‍ता प्रेस वालों को करवाकर अपना दुखड़ा सुनाया लेकिन किसी भी अखबार ने पुलिस और सर्राफा कमेटी द्वारा की गयी उपरोक्त टप्पेबाज़ी की खबर नहीं प्रकाशित की न ही किसी चैनल ने दिखायी | अब शम्भू दयाल इंसाफ के लिए कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं | शम्भू दयाल ने आरोप लगाया है कि सर्राफा कमेटी में बैठे उपरोक्त लोग पुलिस के दलाल हैं और आये दिन किसी न किसी मामले में किसी न किसी सुनार को उठवा कर उसका मानसिक व आर्थिक दोहन करते हैं इसमें प्रेस वालों की भी हिस्सेदारी रहती है। शम्भू ने बताया की कांफ्रेंस के बाद एक इलेक्ट्रानिक चैनल के कुछ पत्रकार आये और खबर चलाने के नाम पर 10000 रुपये की डिमांड की, न देने पर कोई खबर नहीं चलायी गयी | वहीं थानाध्‍यक्ष बर्रा ने ऐसी किसी घटना से इन्‍कार किया है।


(लेखक एसआर न्‍यूज में कार्यरत हैं)