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PM मोदी ने लगाई राज्यसभा में गैरमौजूद सांसदों की क्लास

नई दिल्ली। राज्य सभा में कम सांसदों की वजह से फजीहत झेल रहे पीएम नरेंद्र मोदी ने एनडीए के सांसदों के पेंच कसने शुरू कर दिए हैं। ऐसी ही एक किरकिरी मोदी को चुभ गई है, जिसके लिए उन्होंने कई सांसदों की क्लास लगा दी है।
दरअसल, बीते मंगलवार को राज्य सभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विपक्ष का संशोधन प्रस्ताव पास हो जाने से मोदी सरकार को फजीहत का सामना करना पड़ा। हालांकि, बीजेपी और एनडीए के सभी राज्यसभा सदस्य मौजूद रहते तो भी विपक्ष ज्यादा संख्या बल के बूते अपना प्रस्ताव पारित करवाने में सफल हो जाता। लेकिन, सांसदों की गैरमौजूदगी से पीएम खासा नाराज बताए जा रहे हैं।नरेंद्र मोदी ने बुधवार को बीजेपी और अन्य घटक दलों के सांसदों से पूछा है कि इतनी अहम वोटिंग के दौरान वे राज्य सभा से क्यों गायब थे। बता दें कि जब सीपीएम नेता सीताराम येचुरी और पी राजीव ने संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर संशोधन का प्रस्ताव पेश किया, उस वक्त बीजेपी के 46 में से 10 और घटक दलों के 12 सांसद राज्य सभा में नहीं थे। दोनों नेताओं ने वोटिंग के लिए दबाव बनाया और 118 के मुकाबले 57 वोट से संशोधन पारित कराने में सफल हो गए। मोदी के करीबी एक सूत्र के मुताबिक, 'कुछ केंद्रीय मंत्री समेत जो भी सांसद वोटिंग के दौरान मौजूद नहीं थे, पीएम ने उनसे अनुपस्थिति पर सफाई देने को कहा है।' भले ही राज्य सभा में सभी सांसदों के मौजूद होने से भी कोई खास फर्क नहीं पड़ता, लेकिन मोदी चाहते हैं कि अगली बार ऐसे हालात बनें तो एनडीए के सभी सांसद राज्य सभा में मौजूद रहें। पीएम को यह फिक्र भी सता रही है कि मौजूदा बजट सत्र के दौरान एक के बाद एक सरकार को कई बिल पेश करने हैं। ऐसे में वह कोई लापरवाही नहीं बरतना चाह रहे हैं। गौरतलब है कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में संशोधन के लिए अब तक चार बार प्रस्ताव पेश किया जा चुका है। पिछली बार यह प्रस्ताव 2001 में अटल बिहारी बाजपेयी सरकार के दौरान पेश और पास हुआ था।

(IMNB)