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पेट्रोलियम मंत्रालय के दस्तावेज लीक, 5 गिरफ्तार

नई दिल्ली. दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने कथित तौर पर पेट्रोलियम मंत्रालय के नीतिगत फैसलों से जुड़े गोपनीय दस्तावेज लीक करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए इन पांच में से दो पेट्रोलियम मंत्रालय और एक रिलायंस इंडस्ट्रीज का कर्मचारी है।
इस बीच मामले की जांच कर रही दिल्ली पुलिस ने एक कॉर्पोरेट हाउस के दफ्तरों पर छापे मारे हैं। इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं। इस बीच मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) ने अपने कर्मचारी के गिरफ्तार होने की पुष्टि करते हुए सफाई दी है कि उसे इस कर्मचारी से व्‍यवसायिक फायदे से जुड़ी कोई सूचना नहीं मिली है। आरआईएल ने कहा कि दस्तावेजों की चोरी के मामले में अपने कर्मचारी की गिरफ्तारी के बाद उसने मामले की आंतरिक जांच शुरू कर दी है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इस घटना पर कहा है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके पीछे जो भी होंगे, उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। प्रधान ने दस्तावेज लीक मामले में यूपीए सरकार को लपेटते हुए कहा कि उसने इसकी खुली छूट दी हुई थी, लेकिन मोदी सरकार इसको लेकर बेहद सख्त है।
 - ऐसे धरे गए पांचों -
दिल्ली पुलिस के कमिश्नर बीएस बस्सी ने बताया कि पुलिस ने शास्त्री भवन में जाल बिछाकर ये गिरफ्तारियां कीं। उन्होंने कहा कि पकड़े गए पांचों आरोपी शास्त्री भवन में मल्‍टी टास्किंग स्टाफ लेवल के कर्मचारी हैं। उन्होंने कहा कि इनमें से दो ने फर्जी आईडी कार्ड और पार्किंग पास बनाए हुए थे। वे दफ्तर बंद होने पर फर्जी डॉक्युमेंट की मदद से बिल्डिंग में घुसते थे और नकली चाबियों से कमरे में घुसकर डॉक्युमेंट्स की फोटोकॉपी करके बेचते थे। बस्सी ने कहा कि पुलिस जांच कर रही है कि उनके पास से बरामद दस्तावेज किस नेचर के हैं। अगर ये संवेदनशील पाए जाते हैं, तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बस्सी के मुताबिक बहुत संभव है कि यह मामला काफी सालों से चल रहा हो। उन्होंने इस मामले के पीछे तेल कंपनियों का हाथ होने की संभावना से इनकार नहीं किया। सूत्रों के मुताबिक यह पूरा मामला कॉर्पोरेट जासूसी का हो सकता है। जिन पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें से आसाराम और ईश्वर सिंह पेट्रोलियम मंत्रालय में क्लर्क और चपरासी हैं। गिरफ्तार व्यक्तियों में से एक ने खुद को पत्रकार बताया है। इस व्यक्ति की मंत्रालयों में गहरी पैठ मानी जाती रही है। शास्त्री भवन में उसका काफी आना-जाना लगा रहता था। इसके अलावा बाकी दो के तार कंपनियों से जुड़े बताए जा रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि इन पांचों पर पिछले कई दिनों से नजर रखी जा रही थी। पुलिस पांचों से पूछताछ कर रही है।

(IMNB)