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सूअर की आंत की मदद से तैयार कर दी कृत्रिम वजाइना

प्राहा (चेक रिपब्लिक). अपने प्राइवेट पार्ट में गंभीर समस्या से जूझ रही एक महिला का इलाज डॉक्टरों ने अनोखे तरीके से किया है। इस महिला की वजाइना इतनी संकरी थी कि सेक्स करना तो दूर, डॉक्टर चेकअप भी नहीं कर सकते थे। ऐसे में सूअर की आंत की मदद से सर्जरी के जरिए इस महिला के प्राइवेट पार्ट को नए सिरे से तैयार किया है।
चेक रिपब्लिक की यह महिला चेकअप के लिए अपने गाइनीकॉलजिस्ट के पास गई थी। डॉक्टर ने पाया कि महिला का प्राइवेट पार्ट इतना तंग है कि उसकी जांच भी नहीं की जा सकती। ऐसे में उन्होंने उसे ट्रीटमेंट के लिए पश्चिमी चेक रिपब्लिक के कस्बे प्लजे़न के यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल में भेज दिया। यहां पर जांच के बाद डॉक्टरों ने पाया कि महिला स्क्लेरोडर्मा से जूझ रही थी, जिसमें त्वचा सख्त होकर सिकुड़ जाती है। ऐसे में डॉक्टरों ने 'मेश ऑगमेंटेड वजाइनल रीकंस्ट्रक्शन टेक्नीक' इस्तेमाल करने का फैसला किया। इस प्रक्रिया में प्रभावित जगह पर फ्रेश टिशू लगाए जाते हैं। इसमें इंसान की त्वचा या सूअर की आंत इस्तेमाल की जाती है। सूअर के टिशू नरम होते हैं और उनकी बनावट भी इंसानों के टिशू की तरह होती है। सूअर की आंत से उन लोगों का इलाज किया जाता है, जिनकी ब्लैडर तंग हो। ऐसे में डॉक्टरों को लगा कि इस मामले में भी यही प्रक्रिया अपनाई जा सकती है। पिछले 30 सालों से वैज्ञानिक त्वचा और दिल समेत कई मेडिकल फील्ड्स में सूअरों को इस्तेमाल कर रहे हैं। यहां तक कि वैज्ञानिकों ने सूअर के ब्लैडर के टिशू की मदद से इंसान की टांग के मसल तक दोबारा तैयार कर दिए हैं। लेकिन डॉक्टरों ने पाया कि इस तरह के मामले में पहले कभी ऐसी सर्जरी नहीं की गई है। इस सर्जरी के दौरान पेशंट के इलाज के लिए डॉक्टरों ने संकरे हिस्से को काटकर बड़ा किया। इसके बाद उन्होंने सूअर की आंत से बनी जाली को महिला की वजाइना में लगाया ताकि चौड़ाई बरकरार रहे। यह ऑपरेशन 1 घंटे तक चला और महिला को 5 दिनों में अस्पताल से छुट्टी मिल गई। डॉक्टरों का कहना है कि कुछ ही वक्त के अंदर सूअर की आंत से बना नेट शरीर में समाकर गायब हो जाएगा और वजाइना नई शेप में बनी रहेगी। इस सफल सर्जरी के बाद अब डॉक्टर इस तकनीक पर साइंटिफिक पेपर पब्लिश करने जा रहे हैं।

(IMNB)