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प्यार का तोहफा - किडनी देकर पत्नी को दी नई जिंदगी

नई दिल्ली. गाजियाबाद की रहने वालीं पूजा तलवार को वैलंटाइंस डे की पूर्व संध्या पर एक ऐसा तोहफा मिला, जिससे बेहतर और कुछ नहीं हो सकता। पिछले साल से उनकी किडनी काम नहीं कर रही थी, ऐसे में नोएडा के एक हॉस्पिटल में एक सर्जरी से उन्हें किडनी ट्रांसप्लांट की गई। उनके पति के ऑर्गन उनसे मैच नहीं हो रहे थे। ऐसे में उन्होंने पूजा की जान बचाने के लिए अपनी किडनी किसी और परिवार को डोनेट कर दी, ताकि स्वॉप ट्रांसप्लांट किया जा सके।
स्वॉप ट्रांसप्लांट तब किया जाता है कि जब कोई डोनर मैच न होने की वजह से जरूरतमंद शख्स को किडनी न दे पाए। ऐसे में किडनी किसी ऐसे ही अन्य डोनर और जरूरमंद से एक्सचेंज की जाती है, जिनकी मैचिंग न हो पा रही हो। इस तरीके से दोनों जरूरमंद मरीजों को किडनी मिल जाती है। पूजा के पति अरुण तलवार बिजनसमैन हैं। उन्होंने कहा, 'मैं उसे इस तरह से जूझते हुए नहीं देख सका। जब डॉक्टर्स ने मुझे बताया कि एक और 22 साल का पेशंट इसी समस्या से जूझ रहा है और उसे B+ ब्लड ग्रुप वाली किडनी चाहिए। मैं एक्सचेंज के लिए तैयार हो गया। उसकी मां ने मेरी पत्नी को किडनी दे दी।' फोर्टिस नोएडा के यूरॉलजी ऐंड रीनल ट्रांसप्लांट के डायरेक्टर डॉक्टर दुष्यंत नादर ने इस सर्जरी को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि ऐसा बहुत कम देखने को मिलता है कि अपनी पत्नी को बचाने के लिए पति अपने अंग डोनेट करे। उन्होंने कहा, 'ज्यादातर मामलों में महिलाएं ही अपने ऑर्गन डोनेट करती है।' आंकड़े दिखाते हैं कि महिलाएं (ज्यादातर पत्नी और मां) ही अंग डोनेट करती हैं। दूसरी तरफ बहुत कम महिलाएं ट्रांसप्लांट करवाती हैं। डॉक्टर का कहना है कि दोनों मरीज सर्जरी के बाद बेहतर स्थिति में हैं। अरुण तलवार कहते हैं, 'मैं कुछ भी करने को तैयार था। पिछले 5 महीनों से वह डायलिसिस पर थी। मैंने हर संभव कोशिश की।' पूजा कहती हैं कि जान बचाने के लिए वह अरुण की अहसानमंद हैं।

(IMNB)